Sports

खेलो इंडिया विंटर गेम्स 2025 : गुलमर्ग में आर्मी और लद्दाख के बीच रोमांचक मुकाबले की तैयारी

खेलो इंडिया विंटर गेम्स 2025

गुलमर्ग (जम्मू-कश्मीर), 08 मार्च (Udaipur Kiran) । खेलो इंडिया विंटर गेम्स 2025 के दूसरे चरण की शुरुआत रविवार से जम्मू-कश्मीर के खूबसूरत कोंगडोरी ढलानों पर होगी। इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में भारतीय सेना अपने खिताब को बचाने के लिए पहली चरण की विजेता केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख को कड़ी टक्कर देने की तैयारी में है।

पहले चरण में लद्दाख ने शानदार प्रदर्शन करते हुए कुल 7 पदक जीते, जिसमें 4 स्वर्ण शामिल थे। तमिलनाडु ने 3 स्वर्ण सहित 5 पदक जीतकर दूसरा स्थान हासिल किया, जबकि महाराष्ट्र ने सबसे अधिक 10 पदक जीते, लेकिन केवल 2 स्वर्ण पदक होने के कारण उसे तीसरे स्थान से संतोष करना पड़ा।

इस बार 11 राज्यों, 2 केंद्र शासित प्रदेशों और केंद्रीय बलों– भारतीय सेना, इंडो-तिब्बतन बॉर्डर पुलिस (आईटीबीपी) और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के 350 से अधिक खिलाड़ी इस प्रतियोगिता में भाग ले रहे हैं। चार मुख्य खेलों– अल्पाइन स्कीइंग, नॉर्डिक स्कीइंग, स्की माउंटेनियरिंग और स्नोबोर्डिंग में प्रतिस्पर्धा होगी। पहले यह प्रतियोगिता फरवरी में आयोजित होनी थी, लेकिन अपर्याप्त बर्फबारी के कारण इसे स्थगित कर दिया गया था। अब गुलमर्ग बर्फ की सफेद चादर से ढका हुआ है, जो रोमांचक खेल प्रदर्शन की गारंटी देता है।

जम्मू-कश्मीर के अल्पाइन स्कीइंग खिलाड़ी वसीम भट का मानना है कि यह खेल उन्हें निडर बनाता है। उन्होंने कहा, खेलो इंडिया विंटर गेम्स जम्मू-कश्मीर के साथ-साथ देशभर के शीर्ष खिलाड़ियों पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। कश्मीर की पहाड़ियां मुझे निडर और अनुकूल बनने की प्रेरणा देती हैं। मैं इस प्रतियोगिता में अपने कौशल का प्रदर्शन करने और जम्मू-कश्मीर को गर्व महसूस कराने के लिए उत्साहित हूं।

दिल्ली से स्की माउंटेनियरिंग एथलीट कैप्टन अमित कपूर ने कहा कि विंटर स्पोर्ट्स एथलीटों की मानसिक शक्ति अद्वितीय होती है, जो इस प्रतियोगिता को खास बनाती है। उन्होंने कहा, 2020 से आयोजित हो रहे खेलो इंडिया विंटर गेम्स ने लंबा सफर तय किया है। कोविड-19 महामारी के बाद इस प्रतियोगिता ने जम्मू-कश्मीर को भारत की विंटर स्पोर्ट्स राजधानी बना दिया है। स्की माउंटेनियरिंग सहनशक्ति, कौशल और मानसिक शक्ति का खेल है। गुलमर्ग की ढलानों से निपटना कठिन हो सकता है, लेकिन इस प्रतियोगिता में भाग ले रहे एथलीटों की दृढ़ता और साहस प्रेरणादायक है।

राष्ट्रीय खेलों के स्वर्ण पदक विजेता और जम्मू-कश्मीर के स्नोबोर्डिंग एथलीट वकार अहमद लोन का मानना है कि खेलो इंडिया विंटर गेम्स स्थानीय प्रतिभाओं को अंतरराष्ट्रीय स्तर का मंच प्रदान कर रहा है। उन्होंने कहा, यह प्रतियोगिता न केवल स्थानीय प्रतिभाओं को पहचान दिला रही है, बल्कि बाहरी खिलाड़ियों को गुलमर्ग की शानदार बर्फ पर अपने कौशल का प्रदर्शन करने का अवसर भी दे रही है। मेरे लिए स्नोबोर्डिंग सिर्फ एक खेल नहीं, बल्कि प्रकृति से जुड़ने और अपनी सीमाओं को पार करने का माध्यम है। मैं इस प्रतियोगिता में भाग लेने और कश्मीरी एथलीटों की क्षमता दुनिया को दिखाने के लिए उत्साहित हूं।

खेलो इंडिया विंटर गेम्स 2025 के इस रोमांचक चरण से पूरे देश के खेल प्रेमियों को जम्मू-कश्मीर में शीतकालीन खेलों की बढ़ती लोकप्रियता देखने का अवसर मिलेगा।

—————

(Udaipur Kiran) / आकाश कुमार राय

Most Popular

To Top