
उदयपुर, 8 मार्च (Udaipur Kiran) । संत दादू दयाल की जयंती शनिवार को शहर में श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाई गई। आरएनटी मेडिकल कॉलेज परिसर और हजारेश्वर मंदिर के पास स्थित लगभग डेढ़ सौ साल पुरानी छतरियांजी में इस अवसर पर भव्य आयोजन किया गया। पूरे परिसर को आकर्षक ढंग से सजाया गया और भक्ति से ओत-प्रोत कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।
दादू पंथी जलदीप स्वामी ने बताया कि जयंती महोत्सव की शुरुआत सुबह पूजा-अर्चना से हुई। सुबह 10:30 बजे से सुंदरकांड पाठ का आयोजन हुआ। दोपहर 12:15 बजे सामूहिक आरती की गई।
इस अवसर पर भारत विकास परिषद की ओर से बिनोता, चित्तौड़गढ़ में संचालित भारत माता शिक्षण संस्थान से 70 बच्चों और शिक्षकों को विशेष रूप से आमंत्रित किया गया। इन बच्चों ने कार्यक्रम में वेद श्लोकों और शांति पाठ का सुमधुर उच्चारण किया, जिससे पूरा माहौल भक्तिमय हो गया। 5 से 12 वर्ष तक की आयु के इन बाल विद्यार्थियों की प्रस्तुति ने उपस्थित श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन को देखते हुए उन्हें विशेष उपहार प्रदान किए गए और प्रसाद वितरण किया गया।
कार्यक्रम में बड़ा रामद्वारा मंदिर के महंत, मीठाराम मंदिर के महंत, दादू द्वारा उदयपुर के हेमंत स्वामी, बाईजी राज कुंड मंदिर के गोपाल दास, सहित कई संतों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
इसके अलावा, भाजपा के पूर्व देहात जिलाध्यक्ष चंद्रगुप्तसिंह चौहान, हरेश वैष्णव, निरंजन व्यास, नरेश स्वागी, भूपेश स्वामी, एडवोकेट मनन शर्मा, डॉ. मुकेश देवपुरा, महेंद्र सोलंकी, अशोकसिंह राठौड़, लखन प्रताप सिंह, आकाश वागरेचा, सुशील अग्रवाल समेत कई प्रबुद्धजन भी इस धार्मिक आयोजन में शामिल हुए।
इस अवसर पर भारत माता शिक्षण संस्थान के मंत्री और वर्तमान में चित्तौड़ गौरक्षा विभाग के प्रांत अध्यक्ष रमेशचंद्र शर्मा (पूर्व जिला शिक्षा अधिकारी) ने कहा कि संत दादू दयाल ने समाज में भक्ति, मानवता और समरसता का संदेश फैलाया। उनके विचार आज भी प्रासंगिक हैं और समाज को जोड़ने का कार्य कर रहे हैं।
—————
(Udaipur Kiran) / सुनीता
