
– सुझावों के लिये सभी संबंधित पांचों जिलों के जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों की संयुक्त बैठक सम्पन्न
इंदौर, 08 मार्च (Udaipur Kiran) । इंदौर मेट्रोपॉलिटिन रीजन (आईएमआर) प्लान को जल्द ही अंतिम रूप दिया जाएगा। इस प्लान में सभी जनप्रतिनिधियों के सुझावों को शामिल किया जा रहा है। जनप्रतिनिधियों से सुझावों को प्राप्त करने के लिये शनिवार को यहां कलेक्टर कार्यालय के सभाकक्ष में इंदौर सहित सभी संबंधित देवास, उज्जैन, धार एवं शाजापुर के जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों की संयुक्त बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में उपस्थित सभी जनप्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा इंदौर मेट्रोपॉलिटिन रीजन अथॉरिटी बनाने के निर्णय की सराहना की और कहा कि इससे इस क्षेत्र में समन्वित, सुनियोजित और समेकित विकास में मदद मिलेगी। हर क्षेत्र में विकास होगा।
बैठक में सांसद शंकर लालवानी तथा कविता पाटीदार, महापौर पुष्यमित्र भार्गव, विधायक उषा ठाकुर, महेंद्र हार्डिया, मालिनी गौड़, रमेश मेंदोला, मधु वर्मा, देवास विधायक गायत्री राजे, हाटपिपलिया विधायक मनोज चौधरी, बदनावर विधायक भंवर सिंह शेखावत, उज्जैन संभाग के संभागायुक्त संजय गुप्ता, इंदौर कलेक्टर आशीष सिंह, इंदौर विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालन अधिकारी आर.पी. अहिरवार, सुमित मिश्रा, श्रवण चावड़ा सहित अन्य जनप्रतिनिधि और संबंधित जिलों के अधिकारी मौजूद थे। बैठक में इंदौर संभागायुक्त दीपक सिंह, उज्जैन के सांसद अनिल फिरोजिया, उज्जैन कलेक्टर नीरज कुमार सिंह, धार कलेक्टर प्रियंक मिश्रा, देवास कलेक्टर ऋतुराज सिंह सहित अन्य अधिकारी और जनप्रतिनिधि वर्चुअली रूप से शामिल हुए।
बैठक में बताया गया कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की मंशा के अनुसार क्षेत्रीय विकास और निवेश योजना तैयार की जा रही है। यह योजना इंदौर, उज्जैन मेट्रोपॉलिटिन रीजन के रूप में रहेगी। इसमें इंदौर सहित देवास, उज्जैन, धार एवं शाजापुर के 29 तहसीलों के 1756 गांवों के 9 हजार 936 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र को शामिल किया जा रहा है। इसमें इंदौर जिले का शत-प्रतिशत, उज्जैन का 44.99 प्रतिशत, देवास का 29.72 प्रतिशत, धार का 7.04 प्रतिशत तथा शाजापुर का 0.54 प्रतिशत भूभाग आयेगा। इससे लगभग 55 लाख से अधिक की आबादी को सीधा लाभ मिलेगा।
बैठक में सांसद लालवानी ने कहा कि यह निर्णय मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव का महत्वपूर्ण निर्णय है। इससे जल्द ही अमली रूप दिया जाना चाहिए। मेट्रोपॉलिटिन रीजन प्लान बनाते समय सभी वैधानिक औपचारिकताओं का पूरा ध्यान रखा जाए। उन्होंने कहा कि धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिये मेट्रोपॉलिटिन एरिया में ओंकारेश्वर को भी शामिल किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस रीजन प्लान से हॉलिस्टिक डेवलपमेंट संभव होगा।
मेट्रोपॉलिटिन रीजन के संबंध में सभी जनप्रतिनिधियों ने अपने-अपने महत्वपूर्ण सुझाव दिए। कलेक्टर आशीष सिंह ने कहा कि इस प्लान में सभी जनप्रतिनिधियों के सुझावों को शामिल किया जाएगा। ऐसे जनप्रतिनिधि जो सुझाव देने से वंचित रह गए हैं उनसे इंदौर विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालन अधिकारी अहिरवार द्वारा सुझाव लिये जाएंगे। इसके लिए सभी संबंधित जिलों के कलेक्टर जनप्रतिनिधियों से समन्वय स्थापित कर अगले 7 दिन में सुझाव लेंगे।
कलेक्टर आशीष सिंह ने मेट्रोपोलिटिन रीजन प्लान के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस प्लान के तैयार होने से संबंधित क्षेत्रों में समन्वित और सुनियोजित विकास होगा। एकीकृत विकास की अवधारणा के अनुरूप कार्य होंगे। सतत एवं स्थाई विकास की परिकल्पना साकार की जायेगी। आर्थिक और औद्योगिक विकास को बढ़ावा मिलेगा। कुशल परिवहन प्रणाली एवं नेटवर्क स्थापित होगा। टूरिस्ट सर्किट का विकास होगा और पर्यटन को प्रोत्साहन मिलेगा। इसके अलावा विकास के हर क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव आयेगा।
(Udaipur Kiran) तोमर
