वीडियो बनाकर किया उत्पीड़न, आरोपितों को बचाने में जुटे तृणमूल नेता
कोलकाता, 07 मार्च (Udaipur Kiran) । बालुरघाट एक्सप्रेस में यात्रा कर रही एक महिला के साथ शर्मनाक घटना सामने आई है। यात्रा के दौरान एक सहयात्री मफिकुल इस्लाम ने न सिर्फ महिला के साथ अभद्रता की, बल्कि उसका वीडियो भी चुपके से रिकॉर्ड किया। महिला ने साहस दिखाते हुए घटना का विरोध किया और अन्य यात्रियों से मदद मांगी, लेकिन इस दौरान जो हुआ, उसने सभी को हैरान कर दिया।
भाजपा नेता अमित मालवीय के मुताबिक, तृणमूल के नेता और कार्यकर्ता पीड़िता के साथ खड़े होने के बजाय आरोपित मफिकुल इस्लाम को बचाने में लग गए। आरोप है कि फरक्का से तृणमूल विधायक मनीरुल इस्लाम और आपराधिक छवि वाले जिम नवाज ने मफिकुल का समर्थन किया और पीड़िता की पहचान सार्वजनिक कर दी। इसके बाद पीड़िता के खिलाफ ही शिकायत दर्ज कराई गई, जिससे महिला की सुरक्षा को गंभीर खतरा पैदा हो गया। कहा जा रहा है कि पहचान उजागर होने के बाद महिला को बलात्कार, हत्या और तेजाब हमले की धमकियां मिल रही हैं।
अमित मालवीय ने ममता बनर्जी पर सवाल उठाते हुए कहा कि जब राज्य की गृह मंत्री खुद ममता बनर्जी हैं, तो वह इस मामले पर चुप क्यों हैं? उन्होंने कहा कि पुलिस पर भी आरोप है कि महिला की शिकायत और सबूतों के बावजूद मफिकुल इस्लाम को बचाने की कोशिश की जा रही है ताकि एक खास समुदाय को खुश किया जा सके।
मालवीय ने राष्ट्रीय महिला आयोग से इस मामले में तत्काल कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा कि जिम नवाज को महिला की पहचान उजागर करने के लिए तुरंत गिरफ्तार किया जाना चाहिए, क्योंकि इस हरकत ने पीड़िता को कट्टरपंथियों के निशाने पर ला दिया है।
फिलहाल, इस पूरे मामले को लेकर पश्चिम बंगाल में सियासत तेज हो गई है। जहां भाजपा इसे हिंदू महिलाओं के खिलाफ साजिश बता रही है, वहीं तृणमूल नेताओं की चुप्पी कई सवाल खड़े कर रही है। महिला सुरक्षा के मसले पर ममता सरकार की भूमिका को लेकर भी विपक्ष हमलावर है। अमित मालवीय ने इस मामले में महिला आयोग से हस्तक्षेप करने की मांग की है।
(Udaipur Kiran) / ओम पराशर
