कोलकाता, 7 मार्च (Udaipur Kiran) ।देशभर में एक ही एपीआईसी (फोटो पहचान पत्र) नंबर पर कई वोटरों के नाम दर्ज होने के विवाद के बीच प्रत्येक वोटर को यूनिक एपीआईसी नंबर देने संबंधी चुनाव आयोग के फैसले को तृणमूल कांग्रेस ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की नैतिक जीत करार दिया है। दूसरी ओर भाजपा ने भी आयोग के इस कदम का स्वागत किया है।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हाल ही में आरोप लगाया था कि राज्य की वोटर लिस्ट में बाहरी राज्यों के लोगों के नाम जोड़कर फर्जी वोटरों की संख्या बढ़ाई जा रही है। ममता ने आरोप लगाया था कि एक ही एपीआईसी नंबर पर हरियाणा और गुजरात के लोगों के नाम बंगाल की सूची में शामिल हैं। उन्होंने भाजपा और चुनाव आयोग पर मिलीभगत का आरोप लगाया था। ममता ने कहा था, ‘‘बिना फील्ड सर्वे के, सिर्फ ऑपरेटरों के जरिए ऑनलाइन सिस्टम से फर्जी वोटर जोड़े जा रहे हैं।’’ इसके बाद तृणमूल कांग्रेस ने राज्यभर में फर्जी वोटरों की पहचान करने का अभियान भी शुरू किया।
आयोग की नई घोषणा के बाद तृणमूल कांग्रेस ने इसे ममता बनर्जी के संघर्ष की सफलता बताया है। पार्टी प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा, ‘‘ममता बनर्जी और तृणमूल की लड़ाई ने नैतिक जीत हासिल की है। चुनाव आयोग अब मजबूर होकर यूनिक एपीआईसी नंबर की बात कर रहा है। दिल्ली और महाराष्ट्र में की गई साजिश का पर्दाफाश हो गया।’’ उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि आयोग के इस फैसले के बावजूद तृणमूल फर्जी वोटरों को लेकर सतर्कता बनाए रखेगी और वोटर लिस्ट की जांच जारी रहेगी।
वहीं भाजपा ने भी यूनिक एपीआईसी नंबर की योजना का समर्थन किया है। भाजपा के राज्य प्रवक्ता और सांसद शमिक भट्टाचार्य ने कहा, ‘‘अगर किसी का वोटर आईडी नंबर किसी अन्य के साथ मेल खा रहा है तो उसका सुधार होना चाहिए। आयोग पहले भी यह बात कह चुका था, अब इसे और स्पष्ट किया गया है।’’ हालांकि, भाजपा ने ममता बनर्जी पर पलटवार करते हुए कहा कि असली समस्या तृणमूल कांग्रेस द्वारा फर्जी वोटरों के नाम शामिल कराए जाने की है।
राज्य भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने कहा, ‘‘पश्चिम बंगाल की वोटर लिस्ट में 17 लाख से ज्यादा फर्जी वोटर हैं। कहीं फोटो नकली है, तो कहीं पिता का नाम या जन्मतिथि मेल खा रही है। हमारा लक्ष्य है कि 2026 के पहले जो वोटर लिस्ट बने, वह फर्जी वोटरों से मुक्त हो।’’ उन्होंने बताया कि इसी मांग को लेकर भाजपा का प्रतिनिधिमंडल मंगलवार को दिल्ली में मुख्य चुनाव आयुक्त से मुलाकात करेगा। इस प्रतिनिधिमंडल में सुकांत मजूमदार के अलावा शमिक भट्टाचार्य, अमित मालवीय और ओम पाठक भी शामिल रहेंगे।
(Udaipur Kiran) / ओम पराशर
