Madhya Pradesh

भोपालः पांच लाख रुपये की रिश्वत लेते रंगेहाथ पकड़ाया एएसआई

आरोपी एएसआई

भोपाल, 5 मार्च (Udaipur Kiran) । राजधानी भोपाल के ऐशबाग थाने में पदस्थ एएसआई पवन रघुवंशी को बुधवार देर शाम पांच लाख रुपये की रिश्वत लेते रंगेहाथों पकड़ा गया है। यह कार्रवाई पुलिस की टीम ने ही की है। पुलिस ने आरोपित एएसआई के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत केस दर्ज कर लिया है और उसे हिरासत में लेकर उससे पूछताछ की जा रही है।

जानकारी के मुताबिक, मामला हाल ही में भोपाल में पकड़ाए ठगी के एक कॉल सेंटर से जुड़ा है। बताया जा रहा है कि इस मामले के आरोपियों में से एक आरोपी मोइन खान को बचाने के एवज में एएसआई ने उससे 25 लाख रुपये में डील की थी। उसी डील की पहली किस्त के रूप में एएसआई पांच लाख रुपये ले रहा था। तभी क्राइम ब्रांच और जोन-1 की एडिशनल डीसीपी रश्मि मिश्रा समेत उनकी टीम ने एएसआई को रंगेहाथ धर दबोचा।

ठगी के कॉल सेंटर के इसी मामले में कार्रवाई में लापरवाही को लेकर पुलिस ने बुधवार को ऐशबाग थाना टीआई जितेंद्र गढ़वाल सहित चार पुलिसकर्मियों को सस्पेंड किया है। पुलिस कमिश्नर हरिनारायण चारी मिश्रा ने बताया कि चारों आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ विभागीय जांच की जा रही है। इनके सीडीआर (कॉल डिटेल) भी निकाला जा रहा है। जिन पुलिसकर्मियों को सस्पेंड किया है, उनमें टीआई जितेंद्र गढ़वाल, एएसआई पवन रघुवंशी, प्रधान आरक्षक धर्मेंद्र और प्रधान आरक्षक मनोज शामिल हैं।

गौरतलब है कि भोपाल के प्रभात चौराहे पर एक बिल्डिंग में एक कॉल सेंटर संचालित हो रहा था। यहां से देश भर के लोगों को ठगने का काम किया जा रहा था। इस मामले में 23 फरवरी को पुलिस ने दबिश देकर संचालक अफजल खान के बेटे को गिरफ्तार करके छोड़ दिया था। मामले ने तूल पकड़ा तब कॉल सेंटर संचालक और उसकी बेटी पर एफआईआर कर सोमवार को आरोपी अफजल को गिरफ्तार किया था। पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है। जांच में पुलिस के सामने आरोपी के खाते से करोड़ रुपये का लेनदेन करने सहित 26 युवक-युवतियों के नाम आए थे, जो ठगी का काम करते थे।

एएसआई पवन रघुवंशी 23 फरवरी को कार्रवाई के बाद कॉल सेंटर से जब्त टीसीएस कंपनी का एक महंगा प्रिंटर अपने घर ले गया था। इसकी उसने जब्ती नहीं बनाई थी। इस प्रिंटर को भी पुलिस की टीम ने उसके घर से बरामद किया है। बताया जा रहा है कि ठगी के काल सेंटर के संचालकों में से एक मोइन खान को बचाने के एवज में एएसआई पवन रघुवंशी ने 25 लाख रुपये की डिमांड की थी। बाद में 15 लाख रुपये में डील तय हो गई थी। रकम लेने के लिए पवन ने बुधवार को युवक को घर बुलाया था। यहां उसने पांच लाख रुपये की रकम ली और घर के अंदर गया, तभी सिविल ड्रेस में पहले से नजर रख रही क्राइम ब्रांच और जोन-1 की पुलिस टीम ने पवन को पकड़ लिया। उससे पांच लाख रुपये की जब्ती की गई।

भोपाल में पहली बार पुलिस ने किसी पुलिसकर्मी को ट्रेस किया। उसके खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम की एफआईआर दर्ज की है। मामले में टीआई जितेंद्र गढ़वाल की भूमिका की जांच जारी है। जिसके बाद उसे भी आरोपी बनाया सकता है।

(Udaipur Kiran) तोमर

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