
जम्मू, 5 मार्च (Udaipur Kiran) । जम्मू और कश्मीर ठेकेदार समन्वय समिति (जेकेसीसीसी) ने प्रशासन से जल जीवन मिशन (जेजेएम) और अन्य सरकारी परियोजनाओं के तहत काम करने वाले ठेकेदारों के लंबित भुगतान को तुरंत जारी करने का आग्रह किया है। समिति ने स्थानीय ठेकेदारों के बीच गंभीर वित्तीय संकट की चेतावनी दी है। उनके अनुसार काम पूरा होने के बावजूद 400 करोड़ रुपये से अधिक का भुगतान नहीं किया गया है।
जेकेसीसीसी के अध्यक्ष गुलाम जिलानी पुरजा ने प्रशासन द्वारा प्रतिबद्धताओं को पूरा करने में विफलता पर निराशा व्यक्त की। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि जेजेएम के तहत जम्मू और कश्मीर के ठेकेदारों ने 1,500 करोड़ रुपये का काम किया है फिर भी भुगतान रुका हुआ है। उन्होंने कश्मीर स्थित ठेकेदारों के खिलाफ भेदभाव का भी आरोप लगाया जिसमें कहा गया कि 250 करोड़ रुपये का बकाया अभी भी लंबित है जबकि जम्मू स्थित ठेकेदारों को उनका भुगतान काफी हद तक मिल चुका है।
जेकेसीसीसी के वरिष्ठ सदस्य अमीन रैना ने सड़क एवं भवन (आरएंडबी) विभाग की अक्षमता पर चिंता जताई जिसमें तकनीकी कर्मचारियों की कमी और प्रमुख पदों के खाली होने का हवाला दिया गया। उन्होंने विकास परियोजनाओं में और देरी को रोकने के लिए तत्काल सरकारी हस्तक्षेप का आग्रह किया। जेकेसीसीसी ने मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला, उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, उपमुख्यमंत्री सुरिंदर चौधरी और अन्य अधिकारियों से भुगतान संकट और प्रशासनिक खामियों को हल करने के लिए तत्काल कार्रवाई करने का आह्वान किया।
(Udaipur Kiran) / राहुल शर्मा
