
भोपाल, 4 मार्च (Udaipur Kiran) । कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार को प्रदेश के खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने 20 करोड़ की मानहानि का नोटिस भेजा है। मंत्री राजपूत ने मंगलवार को अपने वकील निखिल रोहतगी के जरिए नेता प्रतिपक्ष को यह नोटिस भेजकर 15 दिनों में जवाब मांगा है।
मंत्री राजपूत के वकील ने अपने नोटिस में लिखा है कि, जिन व्यक्तियों से मेरे क्लाइंट (मंत्री राजपूत) का कोई वित्तीय या व्यवसायिक संबंध नहीं हैं। आपने झूठा और दुर्भावनापूर्वक दावा किया है कि मंत्री गोविंद राजपूत के किसी वीरेश तुभराम और संजय डांडे नाम के व्यक्तियों से वित्तीय संबंध हैं। आपने आरोप लगाया है कि मंत्री ने इन व्यक्तियों के नामों से पैसों का लेनदेन किया है। ये आरोप पूरी तरह से निराधार है। इनका कोई कानूनी आधार नहीं हैं।
उन्होंने आगे लिखा है कि आपने (नेता प्रतिपक्ष) ने दावा किया है कि, मंत्री राजपूत के ओएसडी संजय श्रीवास्तव हैं। श्रीवास्तव के जरिए प्रॉपर्टी में पैसा निवेश किया गया है। ये आरोप गलत हैं कि, श्रीवास्तव मंत्री के ओएसडी हैं। इस तरह नेता प्रतिपक्ष द्वारा मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के खिलाफ लगाए गए आरोपों को वकील ने झूठा और मनगढ़ंत बताते हुए सार्वजनिक रूप से माफी मांगने को कहा है। नोटिस मिलने के 15 दिनों के भीतर बिना शर्त माफी न मांगने पर 20 करोड़ रुपये बतौर मानहानि के अदा करने को कहा है।
नेता प्रतिपक्ष सिंघार ने मंत्री गोविंद राजपूत द्वारा भेजे गए मानहानि के नोटिस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने मंगलवार देर शाम सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स के माध्यम से कहा कि नोटिस का जवाब भी देंगे और कोर्ट भी जाएंगे। न डरे हैं, न डरेंगे।
वहीं, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने नेता प्रतिपक्ष सिंघार को भेजे गए नोटिस को लेकर सोशल मीडिया के माध्यम से कहा कि बेहतर यह होगा कि परिवहन विभाग में करोड़ों के भ्रष्टाचार से घिरी भाजपा सरकार और उसके परिवहन मंत्री को पहले पूछे गए सवालों और आरोपों का जवाब देना चाहिए। मप्र के साथ पूरे देश की जनता जानना चाहती है कि परिवहन विभाग में लूट का संगठित अपराध कैसे हुआ और अवैध वसूली की बंदरबांट का प्रबंधन कैसे तरह किया गया?
पटवारी ने कहा कि पिछले 20 साल में भाजपा के 2 मुख्यमंत्रियों के कार्यकाल में 2000 करोड़ से भी ज्यादा की वसूली के आरोप हैं। यदि मध्य प्रदेश सरकार चुप है, तो इसका जवाब प्रधानमंत्री दें। एमपी कांग्रेस का एक-एक कार्यकर्ता अपने नेता प्रतिपक्ष के साथ है। जब तक सभी सवालों के जवाब नहीं मिलेंगे, भ्रष्टाचार की इस लड़ाई को हम मिलकर लड़ते रहेंगे।
(Udaipur Kiran) तोमर
