
उज्जैन, 4 मार्च (Udaipur Kiran) । एक कंपनी बनाकर उसमें मासिक किराए पर कारों को अटैच कराने बाद उन्हें गिरवी रखकर फरार हुए बदमाश की गिरफ्तारी पर पुलिस अधीक्षक ने 10 हजार रुपए के इनाम की घोषणा की थी। नानाखेड़ा थाना पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार करने के साथ ही 10 और कारें भी जब्त कर ली हैं।
टीआई नरेन्द्र यादव ने मंगलवार को बताया कि रामी नगर निवासी शिवम पिता कमल किशोर पंवार अपने साथ 15-20 लोगों को लेकर थाने पहुंचे और एनजीटी कंपनी संचालक जगदीश परमार के खिलाफ अमानत में खयानत का आवेदन दिया था। इस दौरान शिवम ने बताया कि जगदीश परमार ने ट्रेजर बाजार के सामने कंपनी का ऑफिस खोला।
कंपनी में मासिक किराए पर कार अटैच करवाई। 15 नवंबर को शिवम ने भी अपनी कार कंपनी में अटैच की। जगदीश ने कार का किराया नहीं दिया। शिवम के साथ आए लोगों ने भी इसी प्रकार की शिकायत थाने में दर्ज कराई। पुलिस ने जांच के बाद जगदीश परमार के खिलाफ अमानत में खयानत का केस दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी थी।
पूछताछ में होगा धोखाधड़ी का खुलासा
नानाखेड़ा थाने की टीम ने आरोपी जगदीश परमार को गिरफ्तार कर लिया है। उससे गिरवी रखी कारों के संबंध में पूछताछ जारी है, हालांकि पुलिस ने सोमवार को 3 व मंगलवार को 10 इस प्रकार कुल 13 कारें जब्त कर ली हैं। टीआई यादव के अनुसार अभी तक की जांच में स्पष्ट हुआ है कि जगदीश ने 40 कारों की हेराफेरी की थी। पूछताछ के बाद इसकी संख्या बढ़ सकती है।
किराए की कारों को रखा गिरवी
पुलिस जांच में सामने आया कि जगदीश परमार घर पर ताला लगाकर भाग चुका है। उसका मोबाइल भी बंद है। जगदीश ने करीब 40 लोगों से किराए पर कार लेकर कंपनी में अटैच करवाई। उसका एग्रीमेंट भी किया था। एक दो माह किराया देने के बाद उसने कार मालिकों को किराया देना बंद कर दिया। पुलिस को यह भी पता चला कि जगदीश ने किराए की कारों को देवास, शाजापुर, आगर सहित दूसरे शहरों में गिरवी रख दिया है।
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(Udaipur Kiran) / ललित ज्वेल
