
उमरिया, 3 मार्च (Udaipur Kiran) । बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में एक बार फिर दहशत फैल गई है। जब पनपथा कोर परिक्षेत्र के सेहरा बीट के कक्ष क्रमांक आर एफ-449 में एक तेंदुए का शव संदिग्ध परिस्थितियों में बरामद किया गया, लेकिन इस बार तेंदुए के शरीर के कुछ अंग गायब हो गए हैं।
इस संबंध में उप संचालक बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व प्रकाश कुमार वर्मा ने बताया कि रविवार को एक वन्यजीव तेंदुआ का क्षत विक्षत शव पाया गया है, जिसका स्थल वनभूमि कक्ष कमांक आर. एफ-449 बीट सेहरा अ वनपरिक्षेत्र पनपथा कोर के छुईहाई हार अन्तर्गत प्रकाश में आई।
जिस पर एनटीसीए नई दिल्ली एवं कार्यालय मुख्य वन्यजीव अभिरक्षक मध्यप्रदेश, भोपाल से जारी दिशा-निर्देश अनुरूप त्वरित कार्यवाही करते हुये घटना स्थल को सुरक्षित किया गया व डॉग स्क्वाड की सहायता से घटना स्थल एवं उसके आस-पास छानबीन की कार्यवाही की गई। डॉग स्क्वाड की सहायता से छानबीन करने पर घटना स्थल के नजदीक पेड़ पर तेंदुये के चढ़ने के निशान तथा नर बाघ के पंजों के निशान पाये गये। संभवतः तेंदुये की मृत्यु का कारण बाघ द्वारा मारा जाना है।
पोस्टमार्टम विशेषज्ञ वन्यजीव चिकित्सकों डॉ. वैभव शुक्ला, पशु चिकित्सक वन विभाग कार्यालय भोपाल एवं डॉ. विपिनचन्द्र आदर्श, पशु चिकित्सक मानपुर के द्वारा किया गया है। इसके बाद शवदाह की कार्यवाही उप संचालक, तहसीलदार, एनटीसीए के प्रतिनिधि व अन्य की उपस्थिति में की गई। उपरोक्त समस्त कार्यवाही की फोटोग्राफी एवं वीडियोग्राफी की गई है।
गौरतलब है कि मृत तेंदुए का शव कई दिन पुराना सड़ा गला हुआ पाया गया तो वहीं कई अंग गायब मिले हैं। विभाग द्वारा जांच की जा रही है।
(Udaipur Kiran) / सुरेन्द्र त्रिपाठी
