

हैदराबाद, 1 मार्च (Udaipur Kiran) । तेलंगाना प्रदेश के नागरकुरनूल जिले में निर्माणाधीन श्रीशैलम लेफ्ट बैंक कैनाल (एसएलबीसी) के एक हिस्से में छत के मलबे में दबे
आठों लोगों को निकालने के लिए रेस्क्यू आपरेशन अंतिम दौर में पहुंच गया है। ग्राउंड पेनिट्रेटिंग रडार से की गई स्कैनिंग में मजदूरों के मलबे में दबे होने की जानकारी मिली है। तेलंगाना के मंत्री और अन्य अधिकारियों ने मौके पर पहुंच कर रेस्क्यू अभियान की जानकारी ली।
बताया जा रहा है कि एसएलबीसी सुरंग बचाव अभियान अंतिम चरण में पहुंच गया है। विशेषज्ञ और कर्मचारी इस हादसे
में फंसे आठ लोगों का पता लगाने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं। सहायता टीमें 13.85 किमी लंबी सुरंग में 13.61 किमी अंदर तक पहुंच गई हैं। इसी बीच नेशनल रिमोट सेंसिंग एजेंसी (एनआरएसए) ने ग्राउंड पेनेट्रेटिंग रडार (जीपीआर) से स्कैन कर पता लगाया है कि टीबीएम के सामने करीब 150 मीटर कीचड़ में लोग फंसे हैं। जीपीआर से दो मीटर की गहराई पर चार लोगों के हाेने का पता लगा है और अन्य चार लोग 7 मीटर की गहराई पर फंसे मिले हैं। बचाव दल का कहना है कि
रविवार दोपहर तक दो मीटर गहराई में फंसे लोगों को निकाल लिया जाएगा, जबकि 7 मीटर की गहराई पर फंसे अन्य चार को निकालना अभी संभव नहीं होगा। सुरंग के मलबे में फंसे आठाें लाेगाें के जिंदा रहने की उम्मीद कम है। जयप्रकाश एसोसिएट्स के अध्यक्ष जयप्रकाश गौर और उनके प्रतिनिधि घटनास्थल पर पहुंच गए हैं।
शनिवार को तेलंगाना के राज्य मंत्री उत्तम कुमार रेड्डी, जुपल्ली कृष्ण राव, सीएस शांति कुमारी और विशेष सचिव अरविंद कुमार ने माैके पर चल रहे बचाव व राहत उपायों का निरीक्षण किया। मंत्री जुपल्ली कृष्ण राव ने कहा कि जिस जगह पर सुरंग में लोगों के होने के निशान हैं, वहां खुदाई की जा रही है। मंत्री जुपल्ली ने बताया कि स्कैनिंग के दौरान 5 से 8 मीटर मलबे के नीचे चार लोगों के निशान मिले है। मंत्री जुपल्ली कृष्ण राव ने बताया कि एनडीआरफ, रेलवे, सिंगरेनी खदानकर्मी सहित 12 विभागाें के कर्मी राहत कार्यों में लगे हुए हैं।
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(Udaipur Kiran) / नागराज राव
