
फसल विविधीकरण को अपनाकर किसान कृषि उत्पादन में कर सकते बढ़ोतरी
हकृवि के एग्रोनोमी रिसर्च फार्म पर खेत दिवस कार्यक्रम आयोजित
हिसार, 1 मार्च (Udaipur Kiran) । एचएयू कुलपति प्रो. बीआर कम्बोज ने वैज्ञानिकों से
किसानों को उन्नत किस्म के बीज, जैव उर्वरकों एवं टिकाऊ खेती की तकनीक से अवगत
करवाने का आह्वान किया है। उन्होंने कहा कि किसानों को कम लागत में अधिक उत्पादन देने
वाली फसलों तथा मृदा स्वास्थ्य सुधार के दृष्टिगत जैविक खेती की विधियों के बारे में
जागरूक करने की जरूरत है।
प्रो. बीआर कम्बोज शनिवार को एचएयू में एग्रोनोमी विभाग की ओर से सतत फसल उत्पादन
में सस्य विज्ञान की भूमिका विषय पर आयोजित खेत दिवस कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि फसल विविधीकरण को अपनाकर किसान अपने कृषि उत्पादन में बढ़ोतरी कर सकते
हैं। खरपतवार, कीट व रोग नियंत्रण के बारे में किसानों को जागरूक करना चाहिए। उन्होंने
एग्रोनॉमी विभाग के रिसर्च फॉर्म में गेहूं, सरसों, चना सहित विभिन्न रबी सीजन की फसलों
पर चल रहे विभिन्न प्रयोगों का निरीक्षण किया व नवीनतम तकनीकों पर चल रहे शोध की प्रगति
के बारे में जानकारी ली।
अनुसंधान निदेशक डॉ. राजबीर गर्ग ने विश्वविद्यालय द्वारा किए जा रहे अनुसंधान
कार्यों, जलवायु परिवर्तन, खाद्य सुरक्षा, पर्यावरण, नवीनतम तकनीकों सहित विभिन्न बिंदुओं
पर विस्तार से प्रकाश डाला। विभागाध्यक्ष डॉ. संजय ठकराल ने विभाग द्वारा किए जा रहे
कार्यों की विस्तृत जानकारी दी। डॉ. दादरवाल ने बैठक में आए हुए सभी अधिकारियों का
धन्यवाद किया।
मंच संचालन डॉ. प्रवीन कुमार ने किया। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के
कुलसचिव डॉ. पवन कुमार, मानव संसाधन प्रबंधन निदेशक डॉ. रमेश यादव, दीन दयाल उपाध्याय
जैविक खेती उत्कृष्टता केंद्र के निदेशक डॉ. अनिल यादव सहित अन्य सस्य वैज्ञानिकों
ने भी भाग लिया। इस अवसर पर विभिन्न महाविद्यालयों के अधिष्ठाता, निदेशक, वैज्ञानिक,
अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे।
(Udaipur Kiran) / राजेश्वर
