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आयुष लैब ने ‘वैज्ञानिक के रूप में एक दिन’ पहल के तहत खोले छात्रों के लिए दरवाजे

वैज्ञानिक के रूप में एक दिन पहल के तहत आयुष लैब में चिकित्सा पद्धति का जायजा लेते हुए छात्र

नई दिल्ली, 1 मार्च (Udaipur Kiran) । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आह्वान पर आयुष मंत्रालय ने ‘वैज्ञानिक के रूप में एक दिन’ पहल के तहत अपने संस्थान के युवा छात्रों के लिए आयुष लैब्स के दरवाजे खोल दिए हैं। इस पहल के तहत छात्रों को वैज्ञानिक अनुसंधान में उन्हें गहन अनुभव प्रदान किया जा रहा है। इसके साथ उन्हें प्रयोगशाला के काम, उन्नत उपकरणों और आधुनिक वैज्ञानिक प्रगति के साथ पारंपरिक चिकित्सा के एकीकरण का प्रत्यक्ष रूप से अनुभव प्रदान किया जा रहा है। इसके तहत शुक्रवार को आंध्रप्रदेश के गुडीवाड़ा स्थित डॉ. गुरुराजू सरकारी होम्योपैथी मेडिकल कॉलेज के छात्रों ने राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के मौके पर केंद्रीय होम्योपैथी अनुसंधान परिषद (सीसीआरएच) के तहत क्षेत्रीय अनुसंधान संस्थान प्रयोगशाला का दौरा किया।

आयुष मंत्रालय ने शनिवार को एक बयान में बताया कि वैज्ञानिक के रूप में एक दिन पहल के तहत सीसीआरएच प्रयोगशाला के कर्मचारियों ने छात्रों को होम्योपैथी में उपयोग किए जाने वाले प्रयोगशाला उपकरणों और अनुसंधान विधियों से रूबरू कराया। इसके साथ कैप्टन जयलाल एकेडमिक स्कूल, लोहाट, गुरुग्राम, बादली, झज्जर, हरियाणा के छात्रों ने आयुष अनुसंधान में गहन अनुभव के लिए केंद्रीय योग और प्राकृतिक चिकित्सा अनुसंधान संस्थान, झज्जर का दौरा किया। इसके माध्यम से छात्रों को योग और प्राकृतिक चिकित्सा के वैज्ञानिक सिद्धांतों का पता लगाने, शोधकर्ताओं के साथ बातचीत करने और आधुनिक वैज्ञानिक पद्धतियों के जरिए पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों को प्रत्यक्ष रूप से देखने का एक अनूठा अवसर मिला।

उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री ने अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम मन की बात के माध्यम से राष्ट्र को संबोधित करते हुए छात्रों को अपनी जिज्ञासा बढ़ाने और वैज्ञानिक स्वभाव को बढ़ावा देने के लिए अनुसंधान प्रयोगशालाओं, तारामंडल, अंतरिक्ष केंद्रों और विज्ञान संस्थानों का दौरा करने के लिए प्रोत्साहित किया।

आयुष मंत्रालय ने बताया कि वैज्ञानिक के रूप में एक दिन पहल के तहत एमिटी विश्वविद्यालय, जयपुर के छात्रों ने 19 फरवरी को राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान (मानित विश्वविद्यालय), जयपुर का दौरा किया। प्रो. सीआर यादव (डीन रिसर्च और एचओडी), डॉ. महेंद्र प्रसाद, डॉ. सारिका यादव, डॉ. भानु प्रताप सिंह और डॉ. रश्मी प्रकाश गुराओ के मार्गदर्शन में छात्रों ने श्वसन प्रणाली पर विशेष ध्यान देने के साथ क्रिया शरीर विभाग के उन्नत उपकरण और मशीनरी का पता लगाया।

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(Udaipur Kiran) / विजयालक्ष्मी

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