
कठुआ 01 मार्च (Udaipur Kiran) । सीमावर्ती क्षेत्रों में नशीली दवाओं के दुरुपयोग के खतरे के बारे में जागरूकता बढ़ाने की एक महत्वपूर्ण पहल में उपायुक्त कठुआ डॉ. राकेश मिन्हास ने शनिवार को गवर्नमेंट डिग्री कॉलेज कठुआ से एक बाइकर रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
रैली का आयोजन नशा मुक्त सीमाएं के बैनर तले किया गया जो जम्मू संभाग के सीमावर्ती क्षेत्रों को नशा मुक्त करने के लिए समर्पित अभियान है। शक्ति उद्घोष फाउंडेशन की 15 महिला और 10 पुरुष सवारों सहित 25 बाइकर्स की एक टीम पांच दिनों में कठुआ-जम्मू-अखनूर-राजौरी-पुंछ सर्किट को पार करेगी। डॉ. राकेश मिन्हास ने बताया कि उनका मिशन लोगों, विशेषकर युवाओं को नशीली दवाओं की लत के विनाशकारी प्रभावों के बारे में शिक्षित करना और उन्हें एक स्वस्थ, व्यसन-मुक्त जीवन शैली अपनाने के लिए प्रेरित करना है। बाइकर्स को संबोधित करते हुए, डॉ. राकेश मिन्हास ने इस महत्वपूर्ण कार्य को करने के लिए उनकी प्रतिबद्धता, विशेषकर महिला राइडर्स की सराहना की। उन्होंने सीमावर्ती क्षेत्रों में मादक पदार्थों की तस्करी की बढ़ती चिंता पर प्रकाश डाला और युवा पीढ़ी को मादक द्रव्यों के सेवन का शिकार बनने से बचाने के लिए सामूहिक प्रयासों के महत्व पर जोर दिया। डीसी ने कहा कि नशीली दवाओं के दुरुपयोग के खिलाफ लड़ाई के लिए समाज के सभी वर्गों से अटूट समर्पण की आवश्यकता है। यह रैली एक मजबूत संदेश है कि हम अपने युवाओं को इस खतरे से बचाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। आपराधिक नेटवर्क ने लंबे समय से सीमावर्ती क्षेत्रों को लक्षित किया है लेकिन जागरूकता और सामुदायिक समर्थन के साथ हम उनके प्रभाव को समाप्त कर सकते हैं।
उन्होंने स्थानीय समुदायों, कानून प्रवर्तन एजेंसियों और शैक्षणिक संस्थानों सहित सभी हितधारकों से प्रधान मंत्री के नशा मुक्त भारत के दृष्टिकोण को साकार करने में सक्रिय रूप से योगदान देने का आग्रह किया। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि ऐसे प्रयास विकसित भारत के निर्माण के लिए अभिन्न अंग हैं जहां युवा सशक्त होंगे और नशे की बेड़ियों से मुक्त होंगे। रैली विभिन्न सीमावर्ती शहरों के निवासियों के साथ जुड़ेगी, नशा मुक्त जीवन शैली को प्रोत्साहित करने के लिए जागरूकता कार्यक्रम, इंटरैक्टिव सत्र और प्रेरक अभियान चलाएगी।
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(Udaipur Kiran) / सचिन खजूरिया
