
जम्मू, 28 फ़रवरी (Udaipur Kiran) । जिला विकास परिषद (डीडीसी) कठुआ के अध्यक्ष कर्नल महान सिंह (सेवानिवृत्त) ने जिला कठुआ के बिलावर ब्लॉक की पल्लन पंचायत के अंतर्गत द्वीप गांव बेरिल में भीनी नदी की पूर्वी सहायक नदी पर पुल निर्माण की लंबे समय से लंबित मांग पर गहरी चिंता व्यक्त की है। पुल न होने से बेरिल के 1,000 से अधिक निवासियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है जिसका असर स्कूल जाने वाले बच्चों, रोगियों, महिलाओं और बुजुर्गों पर पड़ रहा है।
इस मुद्दे की गंभीरता को उजागर करते हुए कर्नल महान सिंह (सेवानिवृत्त) ने बताया कि शुक्रवार को बिलावर में 10वीं और 11वीं की परीक्षा देने वाले करीब आधा दर्जन छात्र भीनी नदी में अचानक आई बाढ़ के कारण अपने परीक्षा केंद्रों तक नहीं पहुंच पाए। राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) की टीम की मौजूदगी सहित अधिकारियों द्वारा अंतिम समय में किए गए प्रयासों के बावजूद छात्र फंसे रह गए।
भग्गन ब्लॉक के देवथा पंचायत के बकेली गांव में भी ऐसी ही विकट स्थिति है जहां बकेली, केंटा और देवथा के निवासी दशकों से परेशान हैं। दुखद बात यह है कि इन दोनों महत्वपूर्ण स्थानों पर भीनी नदी में बह जाने के कारण पिछले कुछ वर्षों में कई लोगों की जान जा चुकी है। बकेली और बेरिल में पुलों के निर्माण का प्रस्ताव करीब एक दशक पहले जेकेपीसीसी के तहत रखा गया था। हालांकि, ये परियोजनाएं कभी मूर्त रूप नहीं ले पाईं। जिला विकास परिषद कठुआ के ठोस प्रयासों से अब नाबार्ड योजना के तहत इन महत्वपूर्ण पुलों के लिए नए प्रस्ताव तैयार किए गए हैं।
बकेली (देवथा) और बेरिल (पल्लन) में बनने वाले प्रत्येक पुल की अनुमानित लागत करीब 15 करोड़ रुपये है। ये दोनों पुल बिलावर उप-जिले में आते हैं। दुर्भाग्य से सरकार द्वारा धनराशि जारी न किए जाने के कारण इन परियोजनाओं का क्रियान्वयन रुका हुआ है। कर्नल महान सिंह (सेवानिवृत्त) ने केंद्र शासित प्रदेश सरकार से व्यापक जनहित में इन लंबे समय से लंबित परियोजनाओं को सर्वोच्च प्राथमिकता देने का आग्रह किया है। इन पुलों का निर्माण न केवल एक बुनियादी ढांचे की आवश्यकता है बल्कि इन अलग-थलग द्वीप गांवों में हजारों निवासियों के लिए अस्तित्व और संपर्क का मामला है। उन्होंने कहा कि आगे की कठिनाइयों और संभावित जानमाल के नुकसान को रोकने के लिए धन का तत्काल आवंटन और काम शुरू करना जरूरी है
(Udaipur Kiran) / राहुल शर्मा
