
वाराणसी, 28 फरवरी (Udaipur Kiran) । चैतन्य गौशाला ट्रस्ट, चिंचवड पुणे महाराष्ट्र के तत्वावधान में सिगरा स्थित रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में शनिवार ( एक मार्च) से नौ दिवसीय रामकथा की शुरुआत होगी। श्रीरामकथा को सुनने के लिए महाराष्ट्र सहित देश-विदेश से श्रद्धालु काशी आएंगे। शुक्रवार को यह जानकारी श्री रामकथा वाचक रविन्द्र पाठक ने पत्रकारों को दी।
उन्होंने बताया कि चैतन्य गौशाला ने द्वादश ज्योतिर्लिंगों में श्रीराम कथा का संकल्प लिया है। रामकथा की शुरुआत सौराष्ट्रे सोमनाथं च श्रीशैले मल्लिकार्जुनम् .के श्लोक के अनुसार हुई। इस कथा में सोमनाथ, श्रीशैलम, उज्जैन, ओंकारेश्वर, भीमाशंकर, परळी वैजनाथ, रामेश्वरम, औंढ्या नागनाथ और काशी की कथा शामिल है। यह नौंवी कथा है। काशी के बाद कथा त्र्यंबकेश्वर, केदारनाथ और घृष्णेश्वर में आयोजित की जाएगी। इसका समापन अगले वर्ष पशुपतिनाथ में होगा। कथावाचक के अनुसार नौ दिवसीय कथा में प्रतिदिन प्रात: काकड़ आरती, दिनभर नाम स्मरण और रामचरितमानस पाठ होगा। सुबह और शाम रामकथा होगी। उन्होंने बताया कि काशी में रामकथा का आयोजन एक आध्यात्मिक और सांस्कृतिक उत्सव होगा। यह नौ दिवसीय आयोजन आध्यात्मिकता, संगीत और समुदाय सेवा का अनोखा मेल होगा। कथा के पहले दिन सुबह 8.30 बजे शोभायात्रा निकलेगी। इसमें सबसे आगे हाथी पर श्री ब्रह्मचैतन्य गोंदवलेकर महाराज का चित्र और रामचरितमानस ग्रंथ रखा होगा। उसके पीछे बग्गी में संत गण बैठे होंगे। उसके पीछे श्रीराम नाम कीर्तन करते हुए श्रद्धालु चलेंगे। कथा में प्रतिदिन ब्राह्मण, साधु संतों का आदर सम्मान, सह भोजन प्रसाद सेवा की जाएगी। प्रतिदिन स्थानीय लोगों को अन्नदान (भंडारा) दिया जाएगा। वार्ता में श्री काशी महाराष्ट्र सेवा समिति के ट्रस्टी संतोष सोलापुरकर, नागनाथ इनामदार, सचिन नाइक, अभिजीत , हिंदूराव पवार, अजीत देशमुख भी उपस्थित रहे।
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(Udaipur Kiran) / श्रीधर त्रिपाठी
