
राजगढ़,28 फरवरी (Udaipur Kiran) । ब्यावरा कस्बे के बांरवा परिवार ने स्वयं पहल कर पुण्यात्मा का नेत्रदान करने का निर्णय लिया और मेड़तवाल रक्त नेत्र मित्र समिति के प्रयासों से नेत्रदान संपन्न हुआ। राजगढ़ जिले में नेत्रदान के प्रति जागरुकता लगातार बढ़ती जा रही है। मेड़तवाल रक्त नेत्र मित्र समिति के विशाल गुप्ता ने शुक्रवार को बताया कि पिछले तीन माह में राजगढ़ जिले में चैथा नेत्रदान प्राप्त हुआ है, इसमें 28 नवंबर को ग्राम पड़ाना के भंडारी परिवार की लीलाबाई, 4 दिसम्बर को बोड़ा की बालिका सुरभि गुप्ता, 8 फरवरी को श्रीनाथ दास टांक ने नेत्रदान किया है वहीं ब्यावरा कस्बे की गीताबाई की मृत्यु के बाद परिवार ने नेत्रदान का उत्कृष्ट कार्य कर उदाहरण प्रस्तुत किया है।
मेड़तवाल रक्त नेत्र मित्र समिति के कमलेश गुप्ता ने बताया कि ब्यावरा निवासी दामोदरदास गुप्ता की पत्नी गीताबाई के देवलोकागमन के बाद उनके देवर गोपालचंद गुप्ता ने भतीजे अनिल, सुनील और अतुल से उनकी माताश्री के नेत्रदान की बात की, जिसमें शिक्षित जागरुक परिवार होने के कारण तुरंत परिवार में सहमति बन गई। मेड़तवाल रक्त नेत्र मित्र समिति के विशाल गुप्ता के प्रयासों से शंकर नेत्रालय इंदौर से चिकित्सक विकास के नेतृत्व में ब्यावरा पहुंची टीम ने पूरे परिवार के सामने पूण्यात्मा का नेत्रदान प्राप्त किया। नेत्रदान प्रक्रिया के समय मौजूद समाज सदस्यों ने इस विषय को जानकर संतोष महसूस किया कि नेत्रदान के बाद चेहरे पर कोई विकृति नही आती और महज दस मिनट की छोटी सी रक्तहीन प्रक्रिया से दो लोगों को जीवन देने का परोपकार प्राप्त होता है। मेड़तवाल रक्त नेत्र मित्र समिति के सदस्य विहिप जिला अध्यक्ष अशोक गुप्ता एवं रामकृष्ण गुप्ता के निर्देशन में नेत्रदान प्रक्रिया सुव्यवस्थित संपादित हुई और शंकरा नेत्रालय टीम दो लोगों के लिए रोशनी की आशा कार्निया लेकर इंदौर रवाना हुई।
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(Udaipur Kiran) / मनोज पाठक
