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नई दिल्ली, 28 फरवरी (Udaipur Kiran) । भारत को वर्ष 2047 तक उच्च आय वाला देश बनने के लिए औसतन 7.8 फीसदी की दर से वृद्धि करनी होगी। विश्व बैंक ने जारी एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी है।
विश्व बैंक ने शुक्रवार को जारी अपनी रिपोर्ट में कहा कि इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए भारत को वित्तीय क्षेत्र के साथ भूमि और श्रम बाजार में भी सुधार की आवश्यकता होगी। विश्व बैंक की इस रिपोर्ट का शीर्षक है-‘एक पीढ़ी में उच्च आय वाली अर्थव्यवस्था बनना’। रिपोर्ट में वर्ष 2000 से 2024 के बीच भारत की औसत 6.3 फीसदी की तीव्र वृद्धि दर को मान्यता देते हुए कहा गया है कि भारत की पिछली उपलब्धियां उसकी भविष्य की महत्वाकांक्षाओं के लिए आधार प्रदान करती हैं।
रिपोर्ट मे कहा गया है कि 2047 तक उच्च आय वाली अर्थव्यवस्था बनने के महत्वाकांक्षी लक्ष्य तक पहुंचना सामान्य स्थिति में संभव नहीं होगा। इसके लिए भारत की प्रति व्यक्ति जीएनआई (सकल राष्ट्रीय आय) को वर्तमान स्तरों से लगभग आठ गुना बढ़ाना होगा, वृद्धि को और तेज करना होगा और अगले दो दशकों तक ऊंचे स्तर पर बने रहना होगा। इस मुकाम को कुछ ही देश हासिल कर पाए हैं।”
इस रिपोर्ट के मुताबिक “साल 2047 तक उच्च आय तक पहुंचने के लिए आने वाले दशकों में भारत की वृद्धि दर वास्तविक रूप से औसतन 7.8 फीसदी होनी चाहिए…। विश्व बैंक ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि केवल ‘त्वरित सुधार’ पैकेज ही भारत को 20247 तक उच्च आय वाला देश बनने के रास्ते पर ला सकता है।” रिपोर्ट में कहा गया है कि पिछले दशकों में भारत ने उस पैमाने और गति से विकास किया है जिसके बारे में शायद ही किसी ने सोचा होगा।
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(Udaipur Kiran) / प्रजेश शंकर
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