कोलकाता, 28 फरवरी (Udaipur Kiran) । पश्चिम बंगाल सरकार खोज और बचाव (एसएआर) तैयारियों को मजबूत करने के लिए नीति निर्माण, अंतर-एजेंसी सहयोग और अत्याधुनिक नवाचारों को प्राथमिकता दे रही है। राज्य आपदा प्रबंधन एवं नागरिक सुरक्षा विभाग की विशेष सचिव प्रियंका सिंगला ने ये जानकारी दी है।
वे भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) द्वारा आयोजित एक सेमिनार में गुरुवार को बोल रही थीं, जिसका विषय था— ‘आधुनिक तकनीक और नवाचार के माध्यम से खोज और बचाव की चुनौतियों से निपटना’। यह सेमिनार दो दिवसीय सर्च एंड रेस्क्यू एक्सरसाइज (सारेक्स) 2025 का हिस्सा है। आज शुक्रवार को इसका समापन हो रहा है।
सिंगला ने कहा, आपदा प्रतिक्रिया और खोज एवं बचाव अभियान के लिए समन्वित प्रयास, तकनीकी एकीकरण और सक्रिय रणनीतियों की आवश्यकता होती है। सारेक्स 2025 इस दिशा में ज्ञान साझा करने और आपात स्थितियों से प्रभावी ढंग से निपटने की हमारी सामूहिक क्षमता को मजबूत करने का एक महत्वपूर्ण मंच है।
इस कार्यक्रम का उद्घाटन भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के पूर्वी क्षेत्र की क्षेत्रीय कार्यकारी निदेशक निवेदिता दुबे ने किया। उन्होंने कहा, यह सेमिनार हितधारकों के बीच समन्वय को मजबूत करने, संचार प्रणाली को बेहतर बनाने और खोज एवं बचाव अभियानों में अत्याधुनिक तकनीकों को अपनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
दुबे ने आगे कहा कि हमारा लक्ष्य आपातकालीन परिस्थितियों में एक सुचारू, प्रभावी और सुव्यवस्थित प्रतिक्रिया तंत्र सुनिश्चित करना है, जिससे अधिकतम जानें बचाई जा सकें। यह कार्यक्रम हमें हवाई यात्रा को सुरक्षित बनाने की दिशा में हमारी सामूहिक जिम्मेदारी की याद दिलाता है।
(Udaipur Kiran) / ओम पराशर
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