
सहरसा, 26 फरवरी (Udaipur Kiran) ।
जिलाधिकारी वैभव चौधरी की अध्यक्षता में जिलांतर्गत निर्माणाधीन राष्ट्रीय राजमार्ग-107 एवं 327-ई की क्रियान्वयन स्थिति की विस्तृत समीक्षा की गई एवं उपयुक्त दिशा निर्देश दिए गए।
राष्ट्रीय राजमार्ग 107 समीक्षा के क्रम में यह तथ्य उभरकर सामने आया की बैजनाथपुर/मनोरा ओवरब्रिज के संदर्भ में संबंधित कार्यकारी एजेंसी एवं तकनीकी पदाधिकारी द्वारा संदर्भित योजना पूर्ण करने की निर्धारित अवधि की तुलना में प्रगति असंतोषजनक है,इस बिंदु पर यह नाराजगी व्यक्त की गई एवं निर्धारित अवधि मार्च:2025 के अंत तक उक्त वर्णित दोनों कार्य को अनिवार्य रूप से पूर्ण करने का निर्देश दिया गया है। निर्देश अनुपालन में लापरवाही के विरुद्ध संबंधित कार्यकारी एजेंसी एवं अन्य के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करने की कारवाई की जाएगी।
समीक्षा क्रम में राष्ट्रीय राजमार्ग-107 से संबंधित अन्य कतिपय स्थलों पर योजना क्रियान्वयन की प्रगति धीमी होने के कारण जिलाधिकारी द्वारा सख्त नाराजगी व्यक्त करते हुए,योजना क्रियान्वयन में तेजी लाए जाने की आवश्यकता पर बल दिया गया है। बैठक के दौरान राष्ट्रीय राजमार्ग 107 से संबंधित कार्यकारी एजेंसी द्वारा जानकारी दी गई की बरियाही एवं बल्खी मौजा से संबंधित कतिपय स्थलों पर रैयतों द्वारा भू अर्जित भूमि खाली नहीं करने के फलस्वरूप योजना के सुचारु क्रियान्वयन में बाधा उत्पन्न हो रही है। इसके लिए अनुमंडल पदाधिकारी सदर एवं सिमरी बख्तियारपुर को अविलंब आवश्यक कारवाई का निर्देश दिया गया है।
राष्ट्रीय राजमार्ग-327 ई की वर्तमान क्रियान्वयन स्थिति समीक्षा क्रम में अवगत कराया गया कि पटोरी एवं बिहरा मौजा से संबंधित रैयतों को अवॉर्ड घोषित कर अविलंब तत्संबंधी सूचना निर्गत करने का निर्देश जिला भू अर्जन पदाधिकारी को दिया गया है ताकि तीन किलोमीटर के लंबे भू खंड को आवश्यक प्रक्रिया पूर्ण करने पश्चात संबंधित कार्यकारी एजेंसी को योजना क्रियान्वयन निमित हस्तांतरित किया जा सके। जिलाधिकारी द्वारा साप्ताहिक स्तर पर उक्त वर्णित योजना से संबंधित प्रगति प्रतिवेदन करने का निर्देश दिया गया है एवं संबंधित कार्यकारी एजेंसी को जून 2025 तक कार्य पूर्ण करने की दिशा में ठोस कारवाई का निर्देश दिया गया है।
(Udaipur Kiran) / अजय कुमार
