

बिलासपुर, 26 फ़रवरी (Udaipur Kiran) । बिलासपुर पुलिस ने साइबर ठगी के मामले में तीन करोड़ रुपये की राशि के अवैध ट्रांजैक्शन करने के मामले में फर्जी अकाउंटधारकों को गिरफ्तार किया है। इस मामले में 19 आरोपिताें की धर पकड़ कर म्यूल अकाउंट के माध्यम से किए गए अवैध लेन-देन पर बड़ी कार्रवाई की है। पुलिस महानिरीक्षक डॉ. संजीव शुक्ला और पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह के निर्देश पर एंटी क्राइम साइबर यूनिट ने जांच में करीब तीन करोड़ रुपये के साइबर फ्रॉड का खुलासे में किए गए अवैध ट्रांजक्शन से जुड़े लोगों को गिरफ्तार किया है। इसमें संलिप्त 19 आरोपिताें को 10 अलग अलग टीम बनाकर गिरफ्तार किया गया है। इस मामले में बैंक कर्मचारी और फर्जी सिम कार्ड विक्रेता शामिल मिले हैं। सभी आरोपित बिलासपुर जिले के ही रहने वाले हैं।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेन्द्र कुमार जायसवाल ने बुधवार काे जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस जांच में पाया गया कि 300 से अधिक म्यूल बैंक खाते दिल्ली, अलवर (राजस्थान) और अन्य स्थानों पर साइबर ठगों को उपलब्ध कराए गए थे। पुलिस की 20 से अधिक टीमों ने तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर 97 लाख रुपये फ्रीज कर दिए, जो विभिन्न राज्यों के पीड़ितों के थे।
क्या होता है मनी म्यूल?
मनी म्यूल वे लोग होते हैं जिनके बैंक खातों का उपयोग ठग अवैध धन ट्रांसफर के लिए करते हैं। लालच या अज्ञानता में लोग अपना खाता साइबर अपराधियों को सौंप देते हैं, जिससे वे धोखाधड़ी के शिकार बन जाते हैं।
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(Udaipur Kiran) / Upendra Tripathi
