
-पाँचजन्य आयोजित साबरमती संवाद में मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल की उपस्थिति
अहमदाबाद, 23 फ़रवरी (Udaipur Kiran) । मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने पाँचजन्य आयोजित साबरमती संवाद का रविवार को समापन कराते हुए गुजरात के वैश्विक विकास की प्रभावशाली गाथा प्रस्तुत की।
पटेल ने इस संदर्भ में स्पष्ट रूप से कहा कि गुजरात ने विकास की जो ऊँची छलांग लगाकर वैश्विक ख्याति प्राप्त की है, उसका श्रेय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की विजनरी लीडरशिप तथा पॉलिटिकल विल को जाता है।
उन्होंने कहा कि साबरमती नदी पर निर्मित रिवरफ्रंट डेवलपमेंट की राजनीतिक इच्छाशक्ति तथा छोटे से छोटे आदमी की सुविधा का ख्याल रखने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विचार का उत्तम उदाहरण है।
उन्होंने कहा कि गुजरात जब 1960 में जब महाराष्ट्र अलग हुआ तब गुजरात की पहचान रण (रेगिस्तान), पहाड़ और अभाव-अकाल से पीड़ित प्रदेशों के रूप में थी। इतना ही नहीं; गुजरात का औद्योगिक विकास भी वापी से तापी तक ही सीमित था।
मुख्यमंत्री ने गुजरात के पिछले तीन दशकों में हुए सर्वांगीण विकास में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मुख्यमंत्री के रूप में कार्यकाल को महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि वाइब्रेंट गुजरात समिट जैसे आयोजन का जब कोई विचार तक नहीं करता था, तब नरेन्द्र मोदी ने उसका आयोजन किया। पॉलिसी ड्रिवन स्टेट तथा वाइब्रेंट समिट की उत्तरोत्तर सफलता के चलते आज गुजरात बेस्ट चॉइस फॉर इन्वेस्टमेंट बना है।
भूपेंद्र पटेल ने यह भी कहा कि गुजरात में रोड इन्फ्रास्ट्रक्चर, चौबीस घण्टे बिजली, नर्मदा जल वितरण के व्यापक नेटवर्क से कच्छ जैसे सुदूरवर्ती क्षेत्र को भी पानी पहुँचाने की सफलता नरेन्द्र मोदी की दूरदर्शिता का ही परिणाम है। उन्होंने कहा कि गुजरात ने सेमीकंडक्टर तथा ग्रीन एनर्जी जैसे उभरते क्षेत्रों में भी अग्रसर रहने की मंशा रखी है। भारत में सेमीकंडक्टर की पहली चिप गुजरात में बनेगी।
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने विश्वास व्यक्त किया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विकसित भारत@2047 का जो संकल्प किया है, उसमें भी विकसित गुजरात के निर्माण से गुजरात अग्रसर रहेगा।
उन्होंने हृदयपूर्वक अपील की कि विकसित भारत-विकसित गुजरात के लिए कैच दे रेन द्वारा वर्षा जल संग्रह, एक पेड़ माँ के नाम द्वारा पर्यावरण प्रिय विकास तथा स्वच्छता के साथ सर्वांगीण विकास के प्रधानमंत्री के आह्वान को हर व्यक्ति अपना सहज स्वभाव बनाए।
इस संवाद में मुख्यमंत्री ने विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों का सम्मान भी किया।
इस अवसर पर पाँचजन्य के संपादक हितेश शंकर, भारत प्रकाशन के अरुण गोयल तथा पांचजन्य के सम्पादक विनीत गर्ग सहित आमंत्रित लोग भी उपस्थित रहे।
(Udaipur Kiran) / बिनोद पाण्डेय
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