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कोलकाता, 21 फरवरी (Udaipur Kiran) । कोलकाता महानगर की सुप्रसिद्ध साहित्यिक-सामाजिक-सांस्कृतिक संस्था श्री बड़ाबाजार कुमारसभा पुस्तकालय द्वारा प्रवर्तित इस वर्ष का 39वां विवेकानन्द सेवा सम्मान’ सनातन संस्कृति के पोषक भारत सेवाश्रम संघ, बेलडांगा के अध्यक्ष स्वामी प्रदीप्तान्दजी महाराज ऊर्फ कार्तिक महाराज को दिया जायेगा। आगामी रविवार 2 मार्च 2025 को प्रात: 11 बजे रथीन्द्र मंच (जोड़ासांकू ठाकुरबाड़ी) में आयोजित एक विशेष समारोह में कार्तिक महाराज को सम्मानित किया जायेगा। समारोह की अध्यक्षता केन्द्रीय रक्षा राज्यमंत्री संजय सेठ करेंगे जबकि प्रधान वक्ता होंगे राष्ट्रवादी चिंतक एवं वरिष्ठ पत्रकार बलबीर पुंज।
कुमारसभा के अध्यक्ष महावीर बजाज ने उक्त जानकारी देते हुए बताया कि योद्धा संन्यासी स्वामी प्रदीप्तानंद जी महाराज (कार्तिक महाराज) ने पश्चिम बंगाल में सेवा का एक अनुकरणीय प्रतिमान स्थापित किया है।
1982 में बेलडांगा में हिन्दू मिलन मंदिर की स्थापना के साथ वहां कार्य शुरू किया एवं भारत सेवाश्रम संघ, बेलडांगा की स्थापना की। सेवा के विस्तार स्वरूप वहां 3 प्रणवानंद विद्या मंदिर, पिछड़ी जनजातियों के बच्चों के लिए छात्रावास, बच्चों के लिए पार्क, खेलकूद मैदान, एक वृद्धाश्रम तथा एक बड़े तालाब सहित गौशाला की स्थापना उनके सत्संकल्प पूर्ति की स्तुत्य गाथा है। कार्तिक महाराज के सतत प्रयास से क्षेत्र में 6 हिन्दू मिलन मंदिर के अलावा 21 विद्यालयों की स्थापना हुई है जहां पिछड़ी जनजातियों सहित सभी वर्ग के 11000 (जिसमें 4000 मुस्लिम हैं) विद्यार्थी शिक्षा लाभ ले रहे हैं। 450 आदिवासी छात्राओं हेतु एक अलग छात्रावास सह माध्यमिक विद्यालय भी संचालित हो रहा है। स्वास्थ्य के क्षेत्र में 10 शय्या वाली अस्पताल और मुर्शिदाबाद तथा नदिया के पिछड़ी जनजाति वाले दूरदराज क्षेत्रों में तीन मेडिकल कैंप संचालित हैं।
उन्होंने लक्ष कंठ गीता पाठ’ का बांग्लादेश, उत्तर बंगाल एवं कोलकाता में सफल आयोजन का कीर्तिमान स्थापित किया है जिसका व्यापक असर देखने को मिला है। न दैन्यं न पलायनं’ की भावधारा से स्वामी जी ने अपने वक्तव्यों एवं प्रवचनों से बंगाल में नई क्रांति को जन्म दिया। हिन्दू जागरण के प्रति सतत प्रयत्नशील स्वामी जी सर्वे भवन्तु सुखिन: सर्वे संतु निरामया:’ की सनातन परंपरा के मार्ग पर निरंतर अग्रसर हैं। उनकी आध्यात्मिक, शैक्षणिक और जनजाति क्षेत्रों में सेवा एवं स्वास्थ्य सेवाओं के मद्देनजर हाल ही म ेंभारत सरकार की तरफ से उन्हें पद्मश्री’ से सम्मानित किया गया है।
उल्लेखनीय है कि कुमारसभा पुस्तकालय ने 1987 में पूज्यपाद स्वामी विवेकानन्द की 125वीं जयन्ती के अवसर पर स्वामीजी के आदर्शों के अनुरूप समाजसेवा, संस्कार एवं सामाजिक पुनरुत्थान के लिए समर्पित व्यक्तियों/संस्थाओं हेतु इस वार्षिक सम्मान का प्रवर्तन किया था। प्रथम सम्मान नागालैंड की रानी गाइदिनल्यु को एवं गत वर्ष का सम्मान त्रिपुरा की जानी-मानी सामाजिक संस्था शांति काली मिशन को समर्पित किया गया था।
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(Udaipur Kiran) / संतोष मधुप
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