
सियोल, 20 फरवरी (Udaipur Kiran) । दक्षिण कोरिया के महाभियोगाधीन राष्ट्रपति यून सुक येओल के खिलाफ आज आपराधिक मुकदमे की पहली प्रारंभिक सुनवाई सियोल सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में सुबह 10 बजे शुरू हुई। यह 13 मिनट चली। अदालत ने अगली सुनवाई 24 मार्च की तारीख मुकर्रर की। इस दौरान येओल कोर्ट में मौजूद रहे। इसी के साथ येओल आपराधिक मुकदमे का सामना करने वाले देश के पहले मौजूदा राष्ट्रपति बन गए।
द कोरिया टाइम्स समाचार पत्र के अनुसार, येओल के खिलाफ महाभियोग का मुकदमा भी अंतिम चरण में पहुंच गया है। उन्हें पिछले महीने मार्शल लॉ की अल्पकालिक घोषणा के दौरान विद्रोह के आरोप में दोषी ठहराया जा चुका है। यह आरोप अभियोजन से उनके राष्ट्रपति के रूप में मिले अधिकारों की छूट को खत्म कर देता है।
प्रारंभिक सुनवाई का उद्देश्य मामले के मुख्य विवादों को स्पष्ट करना और भविष्य की कार्यवाही की योजना बनाना है। येओल ने आज गहरे नीले रंग का सूट और लाल टाई पहनकर अदालत में प्रवेश किया। येओल के कानूनी प्रतिनिधियों ने कहा कि वे आगामी तारीख में आरोपों पर अपना रुख साफ करेंगे। उन्होंने इस पर भी अपना रुख स्पष्ट नहीं किया कि क्या इस मामले को पूर्व रक्षामंत्री किम योंग-ह्यून सहित येओल के मार्शल लॉ लगाने में उनकी कथित भूमिका के लिए दोषी ठहराए गए अन्य लोगों के साथ विलय किया जाए या नहीं। अभियोजन पक्ष ने मामलों को विलय करने के खिलाफ तर्क दिया और कहा कि मुकदमों को अलग-अलग संचालित करना अधिक अच्छा होगा। राष्ट्रपति येओल को जनवरी के मध्य से एक हिरासत केंद्र में रखा गया है।
—————
(Udaipur Kiran) / मुकुंद
