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शिमला, 19 फ़रवरी (Udaipur Kiran) । हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में नशा तस्करी के बढ़ते मामलों के बीच पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए एक सरकारी अधिकारी और एक महिला को गिरफ्तार किया है। जांच में सामने आया है कि ये दोनों अंतरराज्यीय चिट्टा तस्करी नेटवर्क से जुड़े थे और मुख्य सरगना के साथ बैंक लेनदेन में संलिप्त थे। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में तहसील कल्याण अधिकारी मुकुल चौहान निवासी भराड़ी, शिमला और महिला अंकिता नेगी, निवासी मल्याणा शिमला शामिल हैं।
पुलिस ने दोनों आरोपियों को मंगलवार देर शाम मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी (सीजेएम) की अदालत में पेश किया, जहां से उन्हें 20 फरवरी तक पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया। पुलिस के अनुसार आरोपियों के बैंक खातों की जांच में चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं जिनसे यह साफ हो रहा है कि वे नशा तस्करी नेटवर्क के आर्थिक लेनदेन का हिस्सा थे। हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि ये आरोपी स्वयं नशे के आदी थे या केवल तस्करी में शामिल थे।
शिमला पुलिस इससे पहले इस गिरोह के मुख्य सरगना संदीप शाह समेत 33 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। पुलिस को संदेह है कि इस गिरोह में लगभग 400 लोग शामिल हैं जो अलग-अलग राज्यों से नशे की खेप लाकर हिमाचल में सप्लाई करते थे। कुछ समय पहले पुलिस ने संदीप शाह को कोलकाता से गिरफ्तार किया था। इसके बाद इस मामले की परतें खुलती गईं। जांच के दौरान पुलिस ने कई संदिग्धों को पूछताछ के लिए थाना सदर बुलाया था जिसके बाद मुकुल चौहान और अंकिता नेगी की गिरफ्तारी हुई।
शिमला के पुलिस अधीक्षक संजीव गांधी ने बुधवार को बताया कि इस मामले में और भी गिरफ्तारियां हो सकती हैं। पुलिस अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि आरोपी कब से इस गिरोह के संपर्क में थे और किस तरह से लेनदेन कर रहे थे।
सरकारी अधिकारी पर होगी सख्त कार्रवाई
इस बीच सरकारी अधिकारी की गिरफ्तारी के बाद राज्य सरकार भी सतर्क हो गई है। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग की निदेशक किरण भडाना ने बताया कि आरोपी अधिकारी के खिलाफ नियमानुसार सख्त कार्रवाई की जाएगी। विभाग इस बात की भी जांच कर रहा है कि कहीं अन्य अधिकारी भी इस नेटवर्क से जुड़े तो नहीं हैं।
पिछले एक साल में बड़ी बरामदगी
हिमाचल प्रदेश में चिट्टा तस्करी के खिलाफ पुलिस लगातार अभियान चला रही है। वर्ष 2024 में पुलिस ने प्रदेशभर से 11.026 किलो चिट्टा बरामद किया था और कई बड़े तस्कर गिरोहों को पकड़ा था। अकेले शिमला जिले में पुलिस ने शाही महात्मा गिरोह, रंजन गिरोह, राधे गिरोह और संदीप शाह गिरोह का भंडाफोड़ किया था। साल 2025 की शुरुआत में ही शिमला पुलिस ने 1.671 किलो चिट्टा बरामद कर लिया है, जिससे यह साफ है कि तस्करी का धंधा अभी भी जारी है। पुलिस का दावा है कि आने वाले समय में इस नेटवर्क से जुड़े और भी बड़े नाम सामने आ सकते हैं।
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(Udaipur Kiran) / उज्जवल शर्मा
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