
कठुआ 17 फरवरी (Udaipur Kiran) । सोमवार को जीएमसी कठुआ में गुडगांव निवासी दक्ष चडडा का शव लेने आए परिजन अरुण राणा निवासी पानीपत ने बताया कि उनके साला साहब 2 दिन पहले घर से लापता हो गए थे, इसके बाद बीते कल कठुआ पुलिस की ओर से उन्हें एक फोन आया था कि जीएमसी कठुआ के शवग्रह में दक्ष चडडा का शव रखा गया है।
उन्होंने आरोप लगाया कि जिन तीन दोस्तों के साथ वह गया था उन्हीं ने उन्हें जीएमसी की लोकेशन भेजी और खुद फरार हो गए। उन्होंने आरोप लगाया कि कठुआ पुलिस भी उनके उनका सहयोग नहीं कर रही है, वह मात्र औपचारिकता के तौर पर जल्द से जल्द पोस्टमार्टम करने और उसके बाद शव को ले जाने की बात कर रही है। जबकि उसके साथ तीन दोस्त जो उसे लेकर आए थे उनकी तलाश नहीं कर रही है। उन्होंने कहा कि अगर उसके तीनों दोस्तों ने कुछ नहीं किया तो फिर वे अस्पताल में मृतक और गाड़ी को छोड़कर फरार क्यों हो गए जो सबसे बड़ा सवाल है। परिजनों ने बताया कि मृतक की उंगलियां कटी हुई है और मुंह और सर पर चोटें भी आई हुई हैं। जबकि पुलिस और उसके दोस्तों का कहना है कि अचानक उसकी तबीयत बिगड़ गई थी जिसके कारण इसकी मृत्यु हो गई, जबकि शरीर पर चोटों के निशान हत्या की ओर शक जताता है। परिजनों ने बताया कि यह चार दोस्त गुड़गांव से इकट्ठे निकले थे और जब हमने उनकी लोकेशन निकलवाई तो पहले यह लुधियाना गए थे उसके बाद यह कठुआ पहुंचे हैं। उन्होंने बताया कि जब उनके दोस्तों ने हमें फोन किया कि उसकी तबीयत बिगड़ रही है तो हमें अस्पताल की लोकेशन भेजी और जैसे ही हम कठुआ जीएमसी पहुंचे हैं तो वहां से फरार हो गए थे जबकि उनकी गाड़ी को पुलिस ने कब्जे में ले लिया है। वही परिजनों ने कठुआ पुलिस और युटी प्रशासन से अपील की है कि इस मामले में उच्च स्तरीय जांच की जाए और उन्हें इंसाफ दिया जाए। वहीं पोस्टपार्टम के बाद परिजन शव को लेकर वापस लौट गए।
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(Udaipur Kiran) / सचिन खजूरिया
