
कठुआ 17 फरवरी (Udaipur Kiran) । जीडीसी महानपुर की एनएसएस इकाई ने शारीरिक शिक्षा विभाग और हिंदी विभाग के सहयोग से भारत के संविधान को अपनाने के 75 वर्ष और सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती पर कार्यक्रम आयोजित किए।
इसका आयोजन कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ. संगीता सूदन के मार्गदर्शन में किया गया। इस दिन शिक्षण, गैर-शिक्षण कर्मचारियों और छात्रों ने प्रिंसिपल मैडम के साथ प्रस्तावना का पाठ किया। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य संविधान के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाना था क्योंकि यह देश के मूल मूल्यों और आदर्शों को स्थापित करता है। यह संविधान के उद्देश्य और दिशा को भी परिभाषित करता है। प्रस्तावना को अक्सर संविधान की आत्मा कहा जाता है।
छात्रों को मौलिक अधिकारों और कर्तव्यों के संबंध में पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन भी दिखाए गए। डॉ. रूपाली जसरोटिया एनएसएस पीओ ने मौलिक अधिकारों और कर्तव्यों पर व्याख्यान दिया। अपने व्याख्यान के दौरान उन्होंने कहा कि भारतीय संविधान में मौलिक अधिकार और कर्तव्य महत्वपूर्ण हैं क्योंकि वे नागरिकों के अधिकारों की रक्षा करते हैं, सामाजिक न्याय को बढ़ावा देते हैं और अधिकारों और जिम्मेदारियों के बीच संतुलन स्थापित करते हैं। कार्यक्रम में उपस्थित स्टाफ सदस्यों में डॉ. मोहिंदर नाथ शर्मा, डॉ. सुदेश कुमार, निशा, डॉ. जोगबिंदर सिंह सूदन, डॉ. बबली, डॉ. अंजू बाला, डॉ. योगराज, डॉ. निशु, नमिता ट्रोगिया, दिव्या, डॉ. सुहैल अहमद डार, समीक्षा शर्मा, मोनिका देवी, अनुराधा, पूजा संब्याल, शिवानी पनूच शामिल थे। कार्यक्रम में 60 से अधिक विद्यार्थियों ने भाग लिया। कार्यक्रम में सभी ने उत्साह के साथ भाग लिया।
—————
(Udaipur Kiran) / सचिन खजूरिया
