HEADLINES

काशी तमिल संगमम: तमिल किसानों और कारीगरों ने बाबा विश्वनाथ का किया दर्शन

मंदिर में स्वागत
नमोघाट पर सांस्कृतिक कार्यक्रम

—मंदिर परिसर में पुष्पवर्षा एवं डमरू के नाद से भव्य स्वागत,पावन ज्योर्तिलिंग का दर्शन कर दल आह्लादित

वाराणसी, 16 फरवरी (Udaipur Kiran) । काशी तमिल संगमम् 3.0 में आए दूसरे दल में शामिल किसानों और कारीगरों के दल ने रविवार शाम श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन पूजन किया। काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास की ओर से दूसरे जत्थे का धाम के गंगा द्वार पर पुष्प वर्षा और डमरू के नाद के बीच भव्य स्वागत किया गया। तमिल अतिथियों ने हर-हर महादेव के उद्घोष के साथ धाम में प्रवेश किया। न्यास की ओर से मंदिर के डिप्टी कलेक्टर शंभू शरण एवं अन्य अधिकारियों ने अतिथियों का स्वागत किया। अतिथियों ने पूरी श्रद्धा से श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन पूजन किया। मंदिर न्यास के डिप्टी कलेक्टर ने श्री काशी विश्वनाथ धाम में उपलब्ध सुविधाओं एवं दर्शन पूजन की व्यवस्था के बारे में अतिथियों को विस्तार से जानकारी दी। बाबा के ज्योर्तिलिंग का दर्शन पूजन कर अतिथियों ने काफी ऊर्जा महसूस की।

सांस्कृतिक कार्यक्रम में पूरे उत्साह से भागीदारी

तमिल किसानों और कारीगर के दल ने रविवार अपरान्ह में नमो घाट पर आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में पूरे उत्साह से भागीदारी की।जिलाधिकारी एस राजलिंगम ने दल का तमिल भाषा में स्वागत कर कार्यक्रम की जानकारी दी। उन्होंने घाट पर कार्यक्रम प्रस्तुत कर रहे उत्तर भारतीय कलाकारों और विभिन्न वाद्य यंत्रों पर सामूहिक नृत्य व गायन कर रहे तमिल कलाकारों का भी तमिल भाषा में हौसला बढ़ाया। कार्यक्रम में स्थानीय लोगों ने भी भागीदारी की। जिलाधिकारी ने तमिलनाडु से आए डेलीगेटस का अंगवस्त्रम और मोमेंटो देकर सम्मानित किया। यह कार्यक्रम संस्कृति मंत्रालय,भारत सरकार के उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र प्रयागराज और दक्षिण क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र तंजावुर की ओर से आयोजित किया गया है।

तमिल किसान ने जताई खुशी,प्रधानमंत्री मोदी का आभार जताया

एक युवा तमिल किसान ने बताया कि वाराणसी में पहली बार आने पर बेहद खुश हूं। प्रयागराज महाकुंभ देखने के लिए अभी से रोमांचित हूं। यह जीवन में एक बार होने वाला अनुभव है। मैं इसे संभव बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, आईआईटी मद्रास, बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) और शिक्षा मंत्रालय का आभारी हूं। 144 वर्षों के बाद इन पवित्र स्थानों का अनुभव कर पाना परम सौभाग्य की बात है। दल में शामिल महिला कारीगर ने बताया कि काशी और तमिलनाडु दोनों की सांस्कृतिक समृद्धि को जाना और समझा। बताया मैं काशी में आकर, इस स्थान की परंपराओं और पवित्रता को देखकर खुद को भाग्यशाली महसूस करती हूं। संगमम दोनों क्षेत्रों की संस्कृति का अनुभव करने का एक अविश्वसनीय अवसर है। बताते चले काशी आने वाले सभी डेलिगेट्स श्री काशी विश्वनाथ मंदिर, अन्नपूर्णा मंदिर, नमो घाट, रामनगर, बीएचयू इसके अलावा हनुमान घाट स्थित सुब्रमण्यम भारती के आवास पर जाएंगे।

एकेडमिक कार्यक्रम के बाद सभी डेलिगेट्स महाकुंभ स्नान के लिए प्रयागराज जाएंगे। फिर वहां से अयोध्या में राम लला के दर्शन-पूजन के लिए जाएंगे। वहां से लौटकर बनारस स्टेशन से तमिलनाडु रवाना होंगे‌।

—————

(Udaipur Kiran) / श्रीधर त्रिपाठी

Most Popular

To Top