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पद्म भूषण से नवाजे जाने के बाद वरिष्ठ पत्रकार रामबहादुर राय के सम्मान में समारोह आयोजित

सम्मान समारोह में मंचासीन अतिथि
पद्म भूषण से नवाजे जाने के बाद वरिष्ठ पत्रकार रामबहादुर राय के सम्मान में समारोह आयोजित
पद्म भूषण से नवाजे जाने के बाद वरिष्ठ पत्रकार रामबहादुर राय के सम्मान में समारोह आयोजित

वक्ता बोले- राम बहादुर राय का व्यक्तित्व वास्तव में ही अद्भुत है

गाजियाबाद, 16 फरवरी (Udaipur Kiran) । वरिष्ठ पत्रकार एवं एवं इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र (आईजीएनसीए) के अध्यक्ष राम बहादुर राय को भारत सरकार द्वारा पद्म भूषण से नवाज जाने के बाद वसुंधरा स्थित मेवाड़ ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के सभागार में रविवार एक सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। यह आयोजन प्रभाष परंपरा न्यास तथा मेवाड़ शिक्षण संस्थान के संयुक्त तत्वावधान में किया गया। कार्यक्रम में वक्ताओं ने राम बहादुर राय के व्यक्तित्व बारे में अपने विचार व्यक्त किये। वक्ताओं ने कहा कि राम बहादुर राय कोई साधारण व्यक्तित्व नहीं है बल्कि ऐसे व्यक्तित्व के स्वामी हैं, जिसमें सहजता, सरलता और प्रखरता है। वह एक सुलझे हुए राजनीतिक और सामाजिक व्यक्तित्व के स्वामी हैं। उन्होंने कहा कि राय साहब का जो व्यक्तित्व है उसे शब्दों से परिभाषित नहीं किया जा सकता।

कार्यक्रम की शुरुआत सरस्वती वंदना के साथ हुई। पूर्व राज्यसभा सांसद डॉ. महेश शर्मा, वरिष्ठ पत्रकार एवं माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के कुलपति रहे अच्युतानंद मिश्र, वरिष्ठ पत्रकार बनवारी, मेवाड़ संस्थान के अध्यक्ष डॉ. अशोक गदिया तथा निदेशक डॉ. अलका अग्रवाल ने संयुक्त रूप से मां सरस्वती एवं भारत माता की प्रतिमा पर दीप जलाकर उद्घाटन किया।

इस मौके पर अच्युतानंद मिश्र ने अपने संबोधन में राम बहादुर राय का परिचय दिया। उन्होंने कहा कि राम बहादुर राय वह शख्सियत हैं जिनमें राजनीतिक व सामाजिकता की भरपूर खूबियां हैं। उन्होंने कहा कि श्री राय के बारे में कुछ कहना उनके व्यक्तित्व को छोटा करने जैसा है। भारत सरकार ने उन्हें जो पद्मभूषण से सम्मानित किया है। उनका व्यक्तित्व उससे कहीं बड़ा है। लेकिन हम लोगों को इस पर बेहद खुशी है और यह कार्यक्रम भी सम्मान समारोह नहीं बल्कि इस खुशी के अवसर पर एक तरह का गेट टू गेदर कार्यक्रम है।

पूर्व सांसद डॉ. महेश शर्मा ने कहा कि राम बहादुर राय के व्यक्तित्व को अलग तरीके से परिभाषित किया। उन्होंने कहा कि रामबहादुर राय का व्यक्तिव वास्तव में ही अद्भुत है। विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता के रूप में राय साहब कबीरदास नजर आते हैं, प्रखरता के मामले में तुलसीदास के रूप में दिखते हैं। जहां तक भक्ति की बात है तो यदि राय साहब में भक्ति नहीं है तो आज की दुनिया में आपको भक्त खोजे नहीं मिलेगा।

बनवारी ने कहा कि राय साहब के व्यक्तित्व में जो सहजता और सरलता है वह हर किसी मे नहीं होती।

कार्यक्रम में डॉ. गदिया ने भी रामबहादुर राय के बारे में अपने विचार रखे।

पद्मभूषण रामबहादुर राय ने बहुत ही संक्षिप्त उद्बोधन में आयोजकों व अतिथियों का आभार व्यक्त किया। मेवाड़ की निदेशक डॉक्टर अलका अग्रवाल ने सभी को धन्यवाद दिया। कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ पत्रकार मनोज मिश्रा ने किया।

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(Udaipur Kiran) / फरमान अली

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