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रायपुर, 16 फ़रवरी (Udaipur Kiran) । अलग-अलग शासकीय विभागों में नौकरी लगाने का झांसा देकर पांच करोड़ रुपये से अधिक की ठगी करने वाले गिरोह के एक और सदस्य यानी 7 वां आरोपित कपिल देशलहरे को पुलिस ने रविवार काे गिरफ्तार कर लिया है। गिरोह का सरगना, जेल में बंद है जो पीएससी के पूर्व चेयरमैन टीएस सोनवानी का साला था जो स्वयं भी जेल में बंद है। इन लोगों ने नौकरी लगाने का झांसा देकर 65 से अधिक लोगों को अपना शिकार बनाया था।
बीते 29 जनवरी को अंजना गहिरवार ने रिपोर्ट दर्ज करायी कि पिछले साल फरवरी 21 को वह अपने परिवार के साथ मौसा मौसी देवेन्द्र जोशी एवं झगीता जोशी के घर आई थी। जहां बातचीत के दौरान अंजना ने नौकरी करने की इच्छा जाहिर करने पर देवेन्द्र जोशी एवं उसकी पत्नी ने बड़े अधिकारियों से पहचान होने और सेटिंग कर सरकारी नौकरी लगवा देने कहा। इस तरह से अंजना गजेन्द्र लहरे, कुणाल देव, भुनेश्वर सोनवानी तथा अन्य से 25-25 लाख रुपये लिए लेकिन नौकरी नहीं लगवा पाए।
इस धोखाधड़ी पर अंजना की रिपोर्ट पर मामला दर्ज कर पुलिस जांच कर रही है। इस पर पूर्व में देवेन्द्र जोशी, संगीता जोशी, स्वप्निल दुबे, नफीज आलम, हलधर बेहरा एवं सोमेश दुबे को गिरफ्तार किया जा चुका है। विवेचना में इनसे पूछताछ पर आरोपित कपिल देशलहरे की भूमिका सामने आई। उसे पकड़कऱ पूछताछ करने पर उसने कई बेरोजगारों से फूड इंस्पेक्टर एवं अन्य विभागों में नौकरी लगाने के लिये लगभग 30 लाख रुपये लेकर स्वप्निल दुबे को देना बताया। उसे गिरफ्तार कर उसके पास से एक मोबाइल फोन जब्त कर किया गया। प्रकरण में अबतक लगभग 25 से अधिक पीड़ितों का पहचान किया जा चुका है एवं आरोपिताें के बैंक खातों के लगभग 15 लाख रुपये होल्ड किए जा चुके हैं।
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(Udaipur Kiran) / चन्द्र नारायण शुक्ल
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