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-यूनाइटेड कॉन्शसनेस ग्लोबल कॉन्क्लेव-2025 में शामिल हुए मुख्यमंत्री
उज्जैन, 15 फरवरी (Udaipur Kiran) । मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय संस्कृति का पूरी दुनिया में जोर-शोर से प्रसार हो रहा हैं। वर्तमान में प्रयागराज में महाकुंभ पर्व का आयोजन किया जा रहा है। इसमें स्नान कर देश विदेश से आए श्रद्धालु पुण्य लाभ प्राप्त कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव शनिवार देर शाम कालिदास अकादमी उज्जैन में आयोजित तीन दिवसीय यूनाइटेड कॉन्शसनेस कॉनक्लेव- 2025 को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने बाबा श्री महाकाल की नगरी, भारत एवं विश्व का एक प्रमुख आध्यात्मिक ऊर्जा का केंद्र उज्जैन यूनाइटेड कॉन्शसनेस ग्लोबल कॉन्क्लेव-2025 आयोजन की मेजबानी कर रहा है। यह भूमि वेदों, पुराणों और योग परंपरा से समृद्ध रही है और आज हम सभी यहां इसी परंपरा को वैश्विक मंच पर प्रस्तुत करने हेतु एकत्रित हुए हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि यह दौर युद्ध का नहीं, शांति का है। उनका यह विचार आज के समय की सबसे महत्वपूर्ण आवश्यकता को इंगित करता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि द्वितीय विश्व युद्ध के बाद यह युग संभवतः सबसे अधिक चुनौतीपूर्ण रहा है, जहाँ युद्ध, गृहयुद्ध, आतंकवाद और आपसी वैमनस्यता ने विश्व को तनावग्रस्त बना दिया है। हमें विचार करना होगा कि हम अपनी आने वाली पीढ़ियों को कैसी दुनिया सौंप रहे हैं- एक विभाजित, हिंसा-ग्रस्त समाज या शांति, समरसता और आध्यात्मिक चेतना से ओत-प्रोत एक संसार? सनातनी मूल्यों से प्रेरित यूनाइटेड कॉन्शसनेस ग्लोबल कॉन्क्लेव जैसे आयोजन संपूर्ण मानवता के कल्याण एवं विश्व शांति के लिए एक प्रभावी मंच हो सकती हैं। यूनाइटेड कॉन्शसनेस ग्लोबल कॉन्क्लेव एकात्म चेतना के माध्यम से शांति की संस्कृति की स्थापना होगी। इस मंच पर 21 से अधिक देशों के विद्वान, संत, मनीषी, आध्यात्मिक शिक्षक, कोच और विचारक एकत्रित हुए हैं, जो इस विषय पर अपने विचार साझा कर रहे हैं।
जल ही जीवन और जीवन की उत्पत्ति का है मूल स्त्रोत
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि हमारा शरीर पंचमहाभूत से बना है। प्रकृति में जो पांच तत्व मौजूद हैं, वही हमारे शरीर में भी विद्यमान है। इस सृष्टि मे जीवन की उत्पत्ति सर्वप्रथम जल में ही हुई थी, इसीलिए जल के प्रति हम सब जीवों में एक स्वाभाविक सी ललक रहती है। जल हमें सुकून देता है। स्नान से हमें मानसिक शांति प्राप्त होती है साथ ही शरीर में स्फूर्ति का संचार होता है। जल स्रोत नदी, समुद्र, तालाब जैसे हमें शुरू से ही आकर्षित करते आ रहे हैं। आज कार्यक्रम में संसार के विभिन्न जल स्रोतों से जल प्राप्त हुआ है। जल विश्व को सनातन संस्कृति की परंपरा अनुसार एक सूत्र में पिरोता है।
उन्होंने कहा कि उज्जैन की इस पवित्र भूमि पर एकात्मक चिंतन के इस शिविर में 21 से अधिक देशों के डेलिगेट्स यहां आए हैं। यहां पर भी सनातन परंपरा के चिंतन को लेकर विचार विमर्श किया जा रहा है। उज्जैन में वैचारिक महाकुंभ का आयोजन किया गया है। मुख्यमंत्री ने कॉन्क्लेव आयोजन पर शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि यह कॉन्क्लेव केवल संवाद या चर्चा का मंच नहीं है, बल्कि यह गहन विमर्श का एक केंद्र बनेगा, जिससे न केवल ज्ञान का विस्तार होगा, बल्कि मानवता के कल्याण का मार्ग भी प्रशस्त होगा।
वसुधैव कुटुंबकम का संदेश वैश्विक मंच पर देशों-संस्कृतियों के मध्य सौहार्द्र स्थापित करेगा
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारतीय जीवन मूल्यों का वसुधैव कुटुंबकम का संदेश विभिन्न देशों और संस्कृतियों के मध्य शांति और सौहार्द को स्थापित करेगा। भारत भूमि योग, ध्यान, वेदांत और धर्म के माध्यम से शांति, सहिष्णुता और सह-अस्तित्व का संदेश देती रही है। यह कॉन्क्लेव भारत की प्राचीन संस्कृति, योग और अध्यात्म को एक वैश्विक मंच पर प्रस्तुत करने का एक अद्भुत अवसर है।
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में श्वेता तोमर की पुस्तक वैदिक पेरेंटिंग का विमोचन किया। पुस्तक भारतीय सनातन दर्शन को समाहित कर पेरेंटिंग के बारे में जानकारी प्रदान करती है। कार्यक्रम में पांच महाद्वीपों एवं 21 से अधिक देशों में प्रवहमान नदियों के जल को एक बड़े पात्र में इकठ्ठा कर मुख्यमंत्री डॉ. यादव को जलाभिषेक के लिए दिया गया। कार्यक्रम में विश्व के 21 से अधिक देशों से लाई गई मिट्ठी से धरती माता का मॉडल भी बनाया गया।
कालिदास संस्कृति अकादमी में हुए कार्यक्रम में जिले के प्रभारी मंत्री गौतम टेटवाल, सांसद अनिल फिरोजिया,विधायक अनिल जैन कालूहेड़ा, महापौर मुकेश टटवाल, नगर निगम सभापति कलावती यादव एवं 21 से अधिक देशों से पधारे डेलीगेट्स उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री से मिले केंद्रीय राज्यमंत्री नाईक
मुख्यमंत्री डॉ. यादव से शनिवार शाम उज्जैन में केंद्रीय विद्युत तथा नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा राज्यमंत्री श्रीपाद येसो नाईक ने सौजन्य भेंट की। उन्होंने प्रदेश में नवकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में हो रहे बेहतर कार्य की सराहना की केन्द्रीय राज्यमंत्री ने आश्वस्त किया कि प्रदेश को सभी आवश्यक सहयोग मिलेगा। उन्होंने मुख्यमंत्री को नवकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में किये जा रहे उल्लेखनीय कार्य के लिये बधाई और शुभकामनाएँ दी।
मुख्यमंत्री को आनंदपुर धाम के आत्मानंद महाराज ने आशीर्वाद दिया
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से आनंदपुर धाम ईसागढ़ के महात्मा सार आत्मानंद महाराज ने सौजन्य भेंट कर उन्हें सनातन धर्म की सेवा करते रहने का आशीर्वाद दिया। उन्होंने मुख्यमंत्रीको अशोकनगर जिले के ईसागढ़ के समीप आनंदपुर धाम में 13 व 14 अप्रैल 2025 के विशाल धार्मिक आयोजन में आमंत्रित किया।
मुख्यमंत्री से अंतरराष्ट्रीय मंदिर प्रबंधक परिषद के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष ने सौजन्य भेंट की
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से अन्तरराष्ट्रीय मंदिर प्रबंधक परिषद के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष राजेश यादव ने सौजन्य भेंट की। उन्होंने मुख्यमंत्री को त्रिशूल भेंट कर उनका अभिन्नदन किया। कार्यकारी अध्यक्ष यादव ने 21 फरवरी को दिल्ली में आयोजित महा संगम यात्रा के समापन अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ यादव को आमंत्रित किया।
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(Udaipur Kiran) तोमर
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