
टीटू पहले रह चुके हैं नगर परिषद के चेयरमैन
हिसार, 15 फरवरी (Udaipur Kiran) । कांग्रेस पार्टी ने नगर निगम चुनाव के लिए शनिवार काे अपने प्रत्याशियों
की सूची जारी कर दी है। पार्टी ने हिसार नगर निगम में मेयर पद के लिए कृष्ण सिंगला
टीटू को उम्मीदवार बनाया है। कृष्ण सिंगला कई वर्षों से पार्टी से जुड़े हुए हैं और
वे पहले भी नगर परिषद के अध्यक्ष रह चुके हैं।
भाजपा द्वारा मेयर व पार्षद पद के उम्मीदवारों की घोषणा के बाद कांग्रेस की
सूची का बेसब्री से इंतजार किया जा रहा था। शनिवार दोपहर बाद कांग्रेस ने अपनी सूची
जारी कर दी। कांग्रेस ने नगर परिषद के पूर्व अध्यक्ष रह चुके पार्टी नेता कृष्ण सिंगला
टीटू पर दांव खेला है। वे कई वर्षों से कांग्रेस की राजनीति से जुड़े हैं। उन्होंने
विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस टिकट के लिए आवेदन किया था। उम्मीदवार बनाए गए कृष्ण
सिंगला टीटू वैश्य समाज से आते हैं और समाज में अपनी एक अलग पहचान है। उनका शहर के
दो प्रमुख राजनीतिक घरानों से काफी गहरा संबंध रह चुका है।
भाजपा ने पंजाबी को बनाया उम्मीदवार
नगर निगम चुनाव में भाजपा ने आएसएस परिवार से जुड़े प्रवीण पोपली को उम्मीदवार
बनाया है, जो पंजाबी समुदाय से आते हैं। शहर में पंजाबी समुदाय के सबसे ज्यादा वोट
है। इसके बाद वैश्य समुदाय व फिर सैनी समुदाय के वोट है। भाजपा का मानना है कि मुख्यमंत्री
नायब सिंह सैनी के सहारे सैनी वोट लेकर पंजाबी वोटों के सहारे जीत दर्ज की जा सकती
है।
वैश्य समाज को साधने का प्रयास
कांग्रेस ने कृष्ण सिंगला टीटू को उम्मीदवार बनाकर शहर में दूसरे नंबर के सबसे
बड़े वोट बैंक वैश्य समुदाय को साधने का प्रयास किया है। वैश्य समुदाय की हर चुनाव
में हार जीत में प्रमुख भूमिका रही है। पिछले दो चुनावों में डॉ. कमल गुप्ता भाजपा
टिकट पर इसी समुदाय से विधायक रह चुके हैं वहीं इस बार इसी समुदाय से सावित्री जिंदल
विधायक है।
राजलीवाला के न आने पर कांग्रेस ने खेला दांव
शहर की राजनीति में चर्चा है कि जिंदल हाउस पहले अपनी खास समर्थक शकुंतला राजलीवाला
को मेयर का चुनाव लड़वाना चाहती थी लेकिन वे ऐसा नहीं कर पाई। सत्तारूढ़ दल से हुई
वार्ता के बाद उनके 6 समर्थकों को वार्ड पार्षदों का टिकट दिया गया है। राजलीवाला के
न आने पर कांग्रेस ने अब वैश्य समुदाय पर दांव खेलकर चुनावी मुकाबले को रोचक बना दिया
है।
(Udaipur Kiran) / राजेश्वर
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