
देहरादून, 15 फ़रवरी (Udaipur Kiran) । उत्तराखंड की ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैण के स्थायी विकास और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा गोद लिए गए सारकोट गांव के समग्र विकास कार्यों में तेजी आई है। मुख्यमंत्री स्वयं इन योजनाओं की निगरानी कर रहे हैं और अधिकारियों के साथ लगातार समीक्षा बैठकें कर रहे हैं।
गैरसैण में विकास को गति देने के लिए रिक्त उप जिलाधिकारी के पद पर नियुक्ति कर दी गई है। मुख्यमंत्री ने नवंबर 2024 में गैरसैण दौरे के दौरान चमोली जिलाधिकारी को निर्देश दिए थे कि विकास कार्यों में गुणवत्ता और पारदर्शिता सुनिश्चित की जाए।
मुख्यमंत्री ने उच्च स्तरीय विभागीय अधिकारियों की बैठक में भी गैरसैण परिक्षेत्र के ढांचागत विकास पर जोर दिया था और जनभावनाओं के अनुरूप गैरसैंण का स्थाई विकास कर पहाड़ों से हो रहे पलायन को रोकने और बेरोजगारों को रोजगार उपलब्ध कराने के निर्देश दिए थे।
मुख्यमंत्री की सारकोट गांव को गोद लेकर एक आदर्श ग्राम बनाने की घोषणा भी साकार हो रही है। मुख्यमंत्री के निर्देशों पर जिलाधिकारी संदीप तिवारी मुख्यमंत्री आदर्श ग्राम सारकोट के विकास के लिए योजनाबद्ध तरीक़े से काम कर रहे हैं। कृषि और उद्यान विभाग के माध्यम से गांव में पॉलीहाउस लगाकर यूरोपियन वेजिटेबल उत्पादन को बढावा दिया जा रहा है। गांव में मशरूम हार्वेस्टिंग के लिए मशरूम टनल बनाने की भी योजना है। गांव में मशाला चक्की लगाने के साथ डेयरी पर काम शुरू किया गया है। स्वास्थ्य जांच के लिए गांव में नियमित शिविर लगाए जा रहे है। सारकोट गांव में उरेडा के माध्यम से 10 सोलर लाइट लगाकर गांव को रोशन किया गया है। गांव में ही रोजगार मिलने से ग्रामीणों में उत्साह है।
(Udaipur Kiran) / Vinod Pokhriyal
