
-एडी ने जारी किया कारण बताओ नोटिस
नैनीताल, 15 फ़रवरी (Udaipur Kiran) । कुमाऊं मंडल के अपर निदेशक प्रारम्भिक एवं माध्यमिक शिक्षा अम्बा दत्त बलोदी ने शनिवार को नैनीताल जनपद के कोटबाग विकासखंड के राजकीय प्राथमिक विद्यालय धनपुर बैलपड़ाव का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान सुबह 9:35 बजे तक विद्यालय में कोई भी शिक्षक उपस्थित नहीं था। इस दौरान आंगनबाड़ी कार्यकर्ती व भोजन माता ही बच्चों को प्रार्थना करा रही थीं। इस लापरवाही को गंभीरता से लेते हुए अपर निदेशक ने संबंधित शिक्षकों को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए खंड शिक्षा अधिकारी, कोटाबाग से पूरी रिपोर्ट तलब की है।
अपर निदेशक ने बताया कि राजकीय प्राथमिक विद्यालय धनपुर में कुल 52 विद्यार्थी पंजीकृत हैं, जबकि विद्यालय में तीन शिक्षक कार्यरत हैं। निरीक्षण के दौरान एक शिक्षक प्रशिक्षण पर गए हुए थे, जबकि दो अन्य शिक्षक विद्यालय में तय समय पर नहीं पहुंचे। इस स्थिति को गंभीर लापरवाही मानते हुए उन्होंने खंड शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिया कि वह संबंधित शिक्षकों को कारण बताओ नोटिस जारी कर उचित कार्यवाही करें।
उल्लेखनीय है कि वर्तमान में 1 अक्टूबर से 31 मार्च तक लागू व्यवस्था के तहत विद्यालय में 9.30 बजे से पठन-पाठन शुरू होता है। इसके लिये 9.15 बजे पहली घंटी और 9.30 बजे दूसरी घंटी लगती है। अपर निदेशक ने कहा कि जनपदीय एवं खंड स्तरीय अधिकारियों को समय-समय पर विद्यालयों का औचक निरीक्षण करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके बावजूद शिक्षकों का समय पर विद्यालय नहीं पहुंचना गंभीर लापरवाही को दर्शाता है। उन्होंने खंड शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिया कि शिक्षकों की उपस्थिति सुनिश्चित कराने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएं। धनपुर विद्यालय के बाद अपर निदेशक ने राजकीय प्राथमिक विद्यालय नयागांव कोटाबाग का भी निरीक्षण किया। यहां 25 विद्यार्थी पंजीकृत थे, और दो शिक्षक विद्यालय में उपस्थित रहकर अध्यापन कार्य करा रहे थे। उन्होंने विद्यालय के प्रधानाध्यापक को निर्देश दिया कि विद्यालय में छात्रसंख्या वृद्धि हेतु विशेष प्रयास किए जाएं ताकि अधिक से अधिक विद्यार्थी नामांकन करा सकें। अपर निदेशक ने कहा कि विद्यालयों में शिक्षकों की उपस्थिति व अनुशासन सुनिश्चित करना शिक्षा विभाग की प्राथमिकता है। इस तरह की लापरवाहियों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और दोषी शिक्षकों के विरुद्ध नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी।
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(Udaipur Kiran) / डॉ. नवीन चन्द्र जोशी
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