
कानपुर,13 फरवरी (Udaipur Kiran) । उत्तर प्रदेश सरकार महिला उत्पीड़न को लेकर बेहद गंभीर है और अधिकारियों को सख्त निर्देश है कि पीड़ित महिलाओं की समस्याओं का निदान प्राथमिकता में लें। इसको लेकर राज्य महिला आयोग भी समय-समय पर जनसुनवाई कर पीड़ित महिलाओं को त्वरित न्याय दिलाने का प्रयास करता है। इसी कड़ी में आज मेरी अध्यक्षता में सर्किट हाउस में मिशन शक्ति फेस-5 के अन्तर्गत जनसुनवाई का आयोजन किया गया। यह बातें गुरुवार को उ0प्र0 राज्य महिला आयोग की सदस्य पूनम द्विवेदी ने कही।
पूनम द्विवेदी ने बताया कि महिला जन सुनवाई में महिलाओं के उत्पीड़न, घरेलू हिंसा, दहेज संबंधी मामले एवं महिलाओं से संबंधित कुल-18 मामले आये हैं। जिन पर प्रत्येक मामले को गम्भीरता से सुनते हुये उक्त प्रकरणों के त्वरित निस्तारण के लिए सम्बन्धित पुलिस अधिकारियों एवं अन्य अधिकारियों को निर्देशित किया गया।
उन्होंने बताया कि महिला जन सुनवाई में गुंजा यादव पत्नी अनुराग यादव द्वारा पति से प्रताड़ित किये जाने की शिकायत की गयी, जिस पर सुनवाई करते हुये महिला थाना द्वारा समस्या का त्वरित समाधान करते हुए 15 दिन में आख्या आयोग को प्रेषित कराने के निर्देश दिये है ।
इसी प्रकार, तुबा उर्फ तान्या पत्नी अमन द्वारा किशोरी (जेठ) व महेन्द्र कुमार (ससुर) द्वारा दहेज उत्पीड़न, राधा पत्नी सर्वेश कुशवाहा द्वारा ससुराल द्वारा दहेज उत्पीड़न, रूबी पत्नी इरफान द्वारा जानलेवा हमले के आरोपियों के गिरफ्तारी के सम्बन्ध में, उषा पाण्डेय द्वारा विधवा पेंशन के लिए , इति गुप्ता द्वारा ससुराल पक्ष पर दहेज एफ0आई0आर0 पर कार्यवाही के सम्बन्ध में, शशी गुप्ता द्वारा बहू पूनम गुप्ता से समस्या के सम्बन्ध में, रोशनी पत्नी राजेश कुमार द्वारा पति के द्वारा द्वितीय विवाह करने के सम्बन्ध में, सुमन जायसवाल द्वारा बहू रुपाली जायसवाल के साथ समझौता के सम्बन्ध में, जिसको सम्बन्धित अधिकारियों को आवश्यक कार्यवाही करने के लिए निर्देशित किया गया है।
साथ ही महिला जन सुनवाई में उपस्थित महिलाओं को जागरूक करते हुये बताया गया कि महिलाओं के किसी भी प्रकार के उत्पीडन, घरेलू हिंसा में सहायता के लिये तत्काल 112 नम्बर डायल करें और अपना इस नम्बर पर पंजीकरण कराकर तत्काल पुलिस की सहायता प्राप्त कर सकते है। महिला हेल्प लाइन 1090 व 181 में भी काल करके महिलाओं की समस्या व सहायता के लिए काल करने के संबंध में जानकारी दी गयी।
इस मौके पर सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण शुभी गुप्ता, उप जिलाधिकारी सदर ऋतु प्रिया, एसीपी सृष्टि सिंह, जिला प्रोबेशन अधिकारी जयदीप सिंह सहित संबंधित विभागों के अधिकारीगण उपस्थित रहें ।
(Udaipur Kiran) / मो0 महमूद
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