CRIME

(अपडेट) रायपुर में हुई दिनदहाड़े साठ लाख रुपये की डकैती के मामले में एक महिला समेत दस आरोपित गिरफ्तार 

डकैती के मामले का खुलासा करते रायपुर रेंज आईजी अमरेश मिश्रा और पुलिस टीम

रायपुर, 13 फ़रवरी (Udaipur Kiran) । नगरीय निकाय चुनाव मतदान के बीच मंगलवार को राजधानी रायपुर के खम्हारडीह थाना क्षेत्र में हुई दिनदहाड़े साठ लाख रुपये की डकैती के मामले में पुलिस ने नागपुर के दो अंतर्राज्यीय बदमाशों और एक महिला समेत कुल 10 आरोपितों को गिरफ्तार किया है। आज इस मामले का खुलासा करते हुए रायपुर रेंज आईजी अमरेश मिश्रा ने बताया कि आरोपितों के कब्जे से 59.50 लाख रुपये नगद, सोने के आभूषण और घटना में इस्तेमाल की गई दो कार जब्त किया है। उन्होंने बताया कि डकैती के वारदात की मास्टरमाइंड नेहा त्रिपाठी रिश्ते में पीड़ित की बहन लगती है।

आईजी अमरेश मिश्रा ने गुरुवार को पत्रकारों को जानकारी देते हुए बताया कि राजनांदगांव निवासी डीएसपी की बेटी पीड़‍ित मनोहरण वेलू की बहन नेहा त्रिपाठी ने अपने मित्र बीएसएफ के सेवानिवृत सूबेदार मेजर ए. सोम शेखर के साथ मिलकर डकैती की योजना बनाई थी। ए. सोम शेखर बीएसएफ से 2011 में स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेकर जमीन दलाली का काम करता था और एक एनजीओ से जुड़ा था। वह पीड़‍ित के परिवार से परिचित भी था। उसे घर में रखे पैसे की जानकारी पीड़ित की बहन ने दे रखी थी। उसने अपने साथी देवलाल वर्मा और कमलेश वर्मा के साथ मिलकर डकैती की योजना बनाई। डकैती में अजय ठाकुर, राहुल त्रिपाठी, नेहा त्रिपाठी, शाहिद पठान, पिंटू सारवान और मनुराज मौर्य नामक आरोपितों को भी शामिल किया गया।

आरोपितों में शामिल चार नकाबपोश पुरुषों और एक नकाबपोश महिला ने अनुपम नगर निवासी पीड़‍ित मनोहरण वेलू के घर में बीते मंगलवार को दिनदहाड़े घुसकर पीड़‍ित और उसकी बहनों को पिस्टल की धमकी देकर कुल 65 लाख 25 हजार रुपये नकद, तीन सोने की चेन (करीब 6 तोला) और तीन मोबाइल फोन लूट लिए थे। जिनकी कुल कीमत लगभग 66 लाख रुपये आंकी गई। पीड़‍ित की रिपोर्ट पर खम्हारडीह थाने में अज्ञात आरोपितों के खिलाफ धारा 310(2), 331(5), 123, 351(3) बीएनएस, 25 और 27 आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया था।

डकैती की घटना के तुरंत बाद रायपुर रेंज आईजी अमरेश मिश्रा और एसएसपी डॉ. लाल उमेद सिंह ने विशेष टीमों का गठन किया। इस टीम ने घटना स्थल का निरीक्षण कर आसपास के 500 से अधिक सीसीटीवी फुटेज खंगाले और आरोपितों की पहचान की, उनके भागने की दिशा का पता लगाया। पुलिस टीम को रायपुर शहर के दो नागरिकों ने आरोपितों के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संदीप मित्तल के नेतृत्व में टीम ने दुर्ग और राजनांदगांव टीम ने देर रात तक कैंप किया। पूरी टीम ने आरोपितों को घेरकर धर दबोचा। तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर जांच टीम ने राजनांदगांव, दुर्ग, बिलासपुर, नागपुर, बलौदाबाजार और रायपुर में छापेमारी कर 10 आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया।

जिन आरोपितों को गिरफ्तार किया है उनमें 38 वर्षीय दुर्ग निवासी जय ठाकुर, 43 वर्षीय गोरखपुर (उ.प्र.) निवासी राहुल त्रिपाठी, 41वर्षीय गोरखपुर (उ.प्र.) निवासी

नेहा त्रिपाठी, रायपुर निवासी 45 वर्षीय देवलाल वर्मा , 56 वर्षीय ए. सोम शेखर एवं 31 वर्षीय कमलेश वर्मा, बलौदाबाजार निवासी 33 वर्षीय पुरुषोत्तम देवांगन, नागपुर, महाराष्ट्र निवासी 36 वर्षीय शाहिद पठान,बेमेतरा निवासी 23 वर्षीय पिंटू सारवान तथा बिलासपुर निवासी 31 वर्षीय मनुराज मौर्य शामिल हैं।

आरोपितों ने बिना नंबर की रिज्ड कार में सवार होकर डकैती की घटना को अंजाम दिया था। इस पूरे मामले का खुलासा रायपुर रेंज आईजी अमरेश मिश्रा ने किया है। साथ ही आईजी ने जांच टीम को 30 हजार रुपये नगद इनाम देने की घोषणा की है।

(Udaipur Kiran) / केशव केदारनाथ शर्मा

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