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—संत निरंजन दास ने मंदिर के पास विशाल रविदासी पताका ‘हरि’ निशान साहब को फहराया, मुख्य पंडाल में गुरु अमृत वाणी को सुन श्रद्धालु निहाल
वाराणसी, 12 फरवरी (Udaipur Kiran) । ‘मन चंगा त कठौती में गंगा’ का कालजयी संदेश देने वाले संत शिरोमणि गुरु रविदास की 648वीं जयंती पर बुधवार को लाखों रविदासी श्रद्धालुओं ने जन्मस्थली सीरगोवर्धनपुर स्थित गुरु मंदिर में पूरे श्रद्धा से हाजिरी लगाई।
गुरु के स्वर्ण मंडित मंदिर में शीश नवां आह्लादित श्रद्धालुओं ने जो बोले सो निर्भय, सदगुरु महाराज की जय…..का गगनभेदी जयकारा भी लगाया। दरबार में गुरु की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर अलसुबह से ही श्रद्धालुओं की अनवरत कतार दर्शन पूजन कर रही है। दिन चढ़ने के साथ कतार भी लम्बी होती जा रही है। जयंती उत्सव में पंडालों से गुरु की महिमा और प्रवचन की गूंज फिजाओं में है। इसके पहले श्री गुरु रविदास जन्म स्थान पब्लिक चैरिटेबल ट्रस्ट के पदाधिकारियों ने स्वर्ण पालकी में विराजमान संत गुरु रविदास की प्रतिमा का परम्परा के अनुसार पूजन किया। सच्चाखंड बल्ला धाम के गद्दीनशीन वयोवृद्ध संत निरंजन दास की अगुवाई में अमृतवाणी ग्रन्थ का पाठ किया गया। संत निरंजन दास ने मंदिर के पास स्थायी रूप से लगाये गये विशाल रविदासी पताका ‘हरि’ निशान साहब को फहराया। इसी के साथ जयंती समारोह का आगाज हो गया।
इसके बाद मुख्य सत्संग पंडाल में संत निरंजन दास सहित रविदासी संतों ने गुरु की महिमा का बखान किया। इस दौरान मुख्य पंडाल में मौजूद लाखों श्रद्धालु गुरु की महिमा और अमृत वाणी सुन निहाल हो गए। पंडाल में अमीर गरीब, ऊंच-नीच, छोटा बड़ा जैसे शब्दों का कोई भाव नहीं देखने को मिला। सभी गुरु के प्रति अपार श्रद्धा का भाव निवेदित कर जयकारा लगाते रहे। श्रद्धालुओं ने गुरु दर्शन के बाद लंगर छका। सुबह से शुरू हुए अटूट लंगर का क्रम देर रात तक बना रहेगा। देश के विभिन्न प्रांतों से आए रैदासी भक्तों के साथ वाराणसी और आसपास के जनपदों के श्रद्धालु भी लंगर में गुरु का प्रसाद ग्रहण ग्रहण कर खुद को बड़भागी मानते रहे। खाना बनाने से लेकर खिलाने तक की जिम्मेदारी सेवादारों ने संभाल रखी है। सेवा भाव में कोई कमी न रहे, कई श्रद्धालु आस्थावानों के जूते भी साफ कर रहे थे। इसके पहले मंगलवार की शाम नगवां पार्क में दीपोत्सव और सांस्कृतिक कार्यक्रम से जयंती समारोह की शुरुआत हुई।
सीरगोवर्धनपुर में मेला, गुरु रविदास के संदेशों की सीडी, निशान की खरीददारी
जयंती पर जन्म स्थली सीर गोवर्धनपुर स्थित गुरु मंदिर के आसपास मेला लगा हुआ है। मंदिर की ओर जाने वाले सड़क के दोनों ओर अस्थाई सजी दुकानों से महिलाएं चूड़ी, बिंदी से लेकर अन्य घरेलू सामानों की खरीदारी कर रही हैं। खाने-पीने की चीजों की दुकानों पर भी भीड़ है। गुरु रविदास के संदेशों की सीडी, निशान आदि चीजों की भी बिक्री हो रही है। रविदास जयंती पर प्रति वर्ष की भांति परंपरागत झांकिया भी रविदास मंदिर पहुंच रही हैं।
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(Udaipur Kiran) / श्रीधर त्रिपाठी
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