

जयपुर, 10 फ़रवरी (Udaipur Kiran) । जोरावर सिंह गेट स्थित राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान, मानद विश्वविद्यालय, जयपुर के स्वर्ण जयंती समारोह के अवसर पर आयोजित कार्यक्रमों में द्रव्यगुण विभाग द्वारा आयुर्वेद में औषधीय पादपों के सतत उत्पादन और उपयोग पर दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।
कार्यशाला में औषधीय पादप संरक्षण, संवर्धन व सतत विकास के संदर्भ में विशेषज्ञों द्वारा विचार व्यक्त किये गये। प्रोफेसर महेश चंद्र शर्मा (पूर्व निदेशक एनआईए) ने औषधीय पादपों के उत्पादन के बारे में अपने विचार व्यक्त किये। प्रोफेसर मीता कोटेचा ( पूर्व प्रो वाइस चांसलर एनआईए) ने उपयोगिता क्षेत्र में कई प्रकार की चुनौतियों पर चर्चा की। प्रोफेसर महेश दाधीच (मुख्य कार्यकारी अधिकारी राष्ट्रीय औषधीय पादप मंडल नई दिल्ली) ने औषधीय पौधों की आपूर्ति और मांग की जानकारी दी। प्रोफेसर आर.एन.आचार्य (महानिदेशक केंद्रिय आयुर्वेद चिकित्सा अनुसंधान परिषद नई दिल्ली) ने आयुर्वेद में औषधीय पौधों के उपयोग पर जानकारी दी। कार्यशाला में द्रव्यगुण विभाग ओर अन्य विभाग के विशेषज्ञों ने जानकारी दी। कार्यशाला में द्रव्यगुण विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर सुदीप्त रथ, शिक्षक, चिकित्सक एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे।
—————
(Udaipur Kiran)
