
भोपाल, 10 फरवरी (Udaipur Kiran) । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को देशभर के विद्यार्थियों से परीक्षा के तनाव को कम करने और उन्हें प्रेरित करने के उद्देश्य से ‘परीक्षा पे चर्चा’ की। इस खास संवाद कार्यक्रम में मध्य प्रदेश से हजारों विद्यार्थी, शिक्षक और अभिभावक आनलाइन जुड़े। परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी ने दसवीं ओर बारहवीं के विद्यार्थियों से बातचीत की और उन्हें बोर्ड परीक्षा को लेकर टिप्स भी दिए।
कार्यक्रम राजधानी दिल्ली के प्रगति मैदान स्थित भारत मंडपम में आयोजित किया गया था। राजधानी भोपाल के सुभाष उत्कृष्ट स्कूल में इस कार्यक्रम का लाइव प्रसारण किया गया। इस कार्यक्रम में स्कूल शिक्षा मंत्री राव उदय प्रताप सिंह, स्कूल शिक्षा विभाग के सचिव डॉ. संजय गोयल और अन्य अधिकारी विद्यार्थियों के साथ मौजूद रहे। इसके साथ ही प्रदेश के सभी हाई और हायर सेकण्डरी स्कूलों में इस कार्यक्रम को अधिकतम विद्यार्थियों तक पहुंचाने के लिए राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) और सभी जिला शैक्षिक प्रशिक्षण संस्थानों (डीआईईटीएस) में लाइव प्रसारण की व्यवस्था की गई थी। स्कूलों में टीवी के अलावा कंप्यूटर, लैपटॉप और मोबाइल डिवाइस पर भी कार्यक्रम को देखा गया।
कार्यक्रम में देशभर से 36 विद्यार्थियों से प्रधानमंत्री से सीधे संवाद कर उनसे मार्गदर्शन लिया। इसके अलावा, मानसिक स्वास्थ्य, प्रौद्योगिकी और शिक्षा से जुड़े विभिन्न विषयों पर विशेषज्ञों ने छात्रों को मार्गदर्शन दिया। प्रधानमंत्री ने विद्यार्थियों से कहा कि सबसे पास दिन में 24 घंटे ही होते हैं। कोई इतने ही समय में सब-कुछ कर लेता है, तो कोई यही कहता रहता है कि समय नहीं है। ऐसे में टाइम मैनेजमेंट सीखना बहुत जरूरी है।
उन्होंने कहा कि स्टेडियम में दर्शक फोर-सिक्स का शोर करते हैं, लेकिन बल्लेबाज का ध्यान सिर्फ बॉल पर होता है। आपको भी ऐसे ही सिर्फ पढ़ाई पर ध्यान लगाना चाहिए। ज्यादातर लोग खुद से स्पर्धा नहीं करते, दूसरे से करते हैं। जो खुद से स्पर्धा करता है, उसका विश्वास कभी टूटता नहीं। टारगेट हमेशा ऐसा हो, जो पहुंच में हो, लेकिन पकड़ में न हो। 95% मार्क्स लाने का टारगेट था और 93% आए तो आप सफल हैं।
मप्र के स्कूल शिक्षा मंत्री राव उदय प्रताप ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि अकेले परीक्षा ही महत्वपूर्ण है, यह उचित नहीं है। इस बात को प्रधानमंत्री ने ‘परीक्षा पे चर्चा’ में प्रतिपादित किया है। परीक्षा का परिणाम ही आपके जीवन में सब कुछ नहीं होता। मैं आज सामाजिक जीवन में सफलता से काम कर पा रहा हूं, तो इसमें मेरे परीक्षा के नंबरों का योगदान नहीं है। यह मेरे जीवन के अनुभव, माता-पिता से मिले उद्देश्य, शिक्षकों से प्राप्त ज्ञान और पढ़ाई का भी योगदान है, लेकिन सिर्फ पढ़ाई का नहीं।
(Udaipur Kiran) तोमर
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