
धमतरी, 8 फ़रवरी (Udaipur Kiran) । नामांकन रद्द होने से नाराज सरपंच उम्मीदवार ने इसकी शिकायत राज्य निर्वाचन आयोग में की है। ग्राम पंचायत बोरिदखुर्द सरपंच प्रत्याशी दुष्यंत सिन्हा ने आरोप लगाते हुए बताया है कि जनपद पंचायत धमतरी में नाम निर्देशन पत्रों की स्क्रूटनी के दौरान उनका नामांकन रद्द कर दिया गया है। उसने बिना जांच प्रक्रिया के गलत तरीके से सामान्य ज्ञापन को आधार मानकर नामांकन निरस्त करने का आरोप लगाकर इसके विरुद्ध राज्य निर्वाचन आयोग में शिकायत की है। उन्होंने गांव में सरपंच चुनाव पर सुनवाई तक रोक लगाने की मांग की है।
राज्य निर्वाचन आयोग में शनिवार काे पहुंचे बोरिदखुर्द सरपंच उम्मीदवार दुष्यंत सिन्हा ने बताया कि उनके कार्यकाल में गांव में शौचालय निर्माण के लिए दो लाख 40 हजार रुपये स्वीकृत हुआ था। निर्माण एजेंसी द्वारा काम कराया गया। एजेंसी को शौचालय निर्माण की छत ढलाई के बाद बैंक से सीधे एजेंसी को एक लाख 60 हजार रुपये का भुगतान किया गया है। शेष राशि अभी भी ग्राम पंचायत के मद में जमा है। इस पर काम में अनियमितता बरतने का आरोप लगाकर गांव के दो व्यक्ति ने सीईओ से शिकायत कर दी। इसमें से एक व्यक्ति अभी सरपंच पद का उम्मीदवार है। विडंबना है कि उनके खिलाफ सीईओ ने एक सामान्य ज्ञापन जारी कर 2.40 लाख रुपये वसूली का पत्र निकाल कर दिया, जबकि इस मामले में कोई अनियमितता नहीं बरती गई है और न ही उनके खिलाफ तहसीलदार अथवा एसडीएम में कोई वसूली का प्रकरण दर्ज है। सामान्य शिकायत के आधार पर चुनाव में उनका नामांकन को निरस्त कर दिया गया, जबकि उस पर किसी तरह की कोई वसूली का प्रकरण दर्ज ही नहीं है। उनकी शिकायतों को गंभीरता से सुनने के बाद राज्य निर्वाचन आयोग ने सोमवार को धमतरी कलेक्टर से मामले में दस्तावेज मंगाने की बात कही है। उन्हें जल्द सुनवाई का आश्वासन दिया है।
(Udaipur Kiran) / रोशन सिन्हा
