
जम्मू, 8 फ़रवरी (Udaipur Kiran) । मौसम करवट लेने लगा है। चरवाहे गुज्जर और बकरवाल समुदाय अपने मौसमी प्रवास से उच्च ऊंचाई वाले क्षेत्रों में वापस लौट रहे हैं। ऐसे में भारतीय सेना ने उनसे जुड़ने और उनकी चिंताओं को दूर करने के लिए पाथी और कालाझुंग में एक संवादात्मक सत्र आयोजित किया। राजौरी के लाम के सुदूर गांव के गुज्जर और बकरवाल समुदाय के सदस्यों ने इस कार्यक्रम में सक्रिय रूप से भाग लिया जहां उन्होंने अपनी चुनौतियों और कठिनाइयों के बारे में बताया।
चर्चा में महिला सशक्तिकरण, बच्चों के लिए शिक्षा के महत्व और बेहतर रोजगार संभावनाओं के लिए कौशल विकास जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर ध्यान केंद्रित किया गया। सेना ने क्षेत्र में शांति और सद्भाव बनाए रखने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका को पहचानते हुए समुदाय को निरंतर समर्थन का आश्वासन दिया।
सत्र में कुल 25 समुदाय के सदस्य शामिल हुए – जिनमें 11 पुरुष, 9 महिलाएं और 5 बच्चे शामिल थे। आभार व्यक्त करते हुए गुज्जर और बकरवाल प्रतिनिधियों ने भारतीय सेना में अपने विश्वास की पुष्टि की।
(Udaipur Kiran) / राहुल शर्मा
