नाहन, 04 फरवरी (Udaipur Kiran) । हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के बीच ऐतिहासिक रोटी-बेटी के संबंधों के मद्देनजर यमुना नदी पर पुल बनाने की मांग लंबे समय से उठ रही थी, जो अब तक पूरी नहीं हो पाई है। 70 के दशक से इस पुल के निर्माण की जरूरत महसूस की जा रही थी और 21वीं शताब्दी के आते ही इसका कार्य भी शुरू हुआ। लेकिन अब हैरत की बात यह है कि उत्तराखंड की तरफ पुल पूरी तरह से तैयार हो चुका है, जबकि हिमाचल प्रदेश की ओर पुल का एप्रोच मार्ग बनाना बाकी है।
इस मुद्दे पर पांवटा विधानसभा के विधायक सुखराम चौधरी ने सवाल उठाए हैं।
उन्होंने मीडिया को बताया कि इस संबंध में उन्होंने पीडब्ल्यूडी मंत्री विक्रमादित्य से बातचीत की थी और विधानसभा में भी इस मुद्दे को उठाया था, लेकिन इसके बावजूद भी समस्या जस की तस बनी हुई है। विधायक चौधरी ने इस देरी पर चिंता जताई और जल्द समाधान की मांग की।
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(Udaipur Kiran) / जितेंद्र ठाकुर
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