
भोपाल, 4 फरवरी (Udaipur Kiran) । मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के शायर अंजुम बाराबंकवी, भगवान श्रीराम पर केंद्रित गजलों की एक किताब लिख रहे हैं। इसमें 51 गजलें शामिल होंगी। अंजुम ने इस श्रृंखला की एक गजल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को भेजी तो वे भी गजलें पढ़कर न केवल उनके मुरीद हो गए, बल्कि उन्होंने शायर अंजुम बाराबंकवी को एक पत्र लिखकर उनकी तारीफ भी की। उन्होंने कहा कि आप जैसे देशवासियों द्वारा किए जा रहे प्रयास देश को नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे।
प्रधानमंत्री मोदी के पत्र से शायर अंजुम बेहद उत्साहित हैं। उन्होंने मंगलवार को मीडिया से उक्त जानकारी साझा करते हुए बताया कि मेरे जीवन पर श्रीराम का बड़ा प्रभाव है। इसलिए उन पर गजल लिखी है और आगे भी लिखेंगे। उन्होंने कहा कि श्रीराम का व्यक्तित्व मुझे बचपन से ही प्रभावित करता रहा है। राम भले ही पुत्र के रूप में हो, भाई के रूप में हो या पति के रूप में हो या फिर वह राजा के रूप में राम हों। उन्होंने जो मानक स्थापित किए हैं, वह कोई और नहीं कर सकता हैं।
अंजुम ने बताया कि उन्होंने नौ जनवरी को प्रधानमंत्री को स्पीड पोस्ट से यह गजल भेजी थी…दूर लगते हैं मगर पास हैं दशरथ नन्दन…मेरी हर साँस का विश्वास हैं दशरथ नन्दन…दिल के काग़ज़ पे कई बार लिखा है मैंने…इक महकता हुआ अहसास हैं दशरथ नन्दन…दूसरे लोगों के बारे में नहीं जानता हूँ…मेरे जीवन में बहुत ख़ास हैं दशरथ नन्दन…और कुछ दिन में समझ जाएगी छोटी दुनिया…हम ग़रीबों की बड़ी आस हैं दशरथ नन्दन…आप इस तरह समझ लीजिए मेरी अपनी…ज़िन्दगी के लिए मधुमास हैं दशरथ नन्दन…ये जो दौलत है मेरे सामने मिट्टी भी नहीं…मेरी क़िस्मत के मेरे पास हैं दशरथ नन्दन…मेरी ये बात भी जो चाहे परख सकता है…सच के हर रूप के अक्कास हैं दशरथ नन्दन…
प्रधानमंत्री मोदी ने 27 जनवरी को शायर अंजुम को पत्र लिखा था, जिसमें उन्होंने लिखा कि अयोध्या धाम में प्रभु श्रीराम लला की प्राण प्रतिष्ठा की एक वर्ष पूर्ण होने पर अपनी प्रसन्नता को राम गजल में लिखकर अभिव्यक्त करने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद। गजल में प्रभु श्रीराम के प्रति अपने प्रेम को आपने बहुत सुंदर ढंग से दर्शाया है। प्रभु श्रीराम साक्षात धर्म के यानी कर्तव्य के सजीव रूप हैं। अपनी समृद्ध विरासत पर गर्व के भाव के साथ, अमृत काल में एक भव्य और विकसित भारत के निर्माण की दिशा में हम अग्रसर हैं। मुझे विश्वास है कि आप जैसे देशवासियों द्वारा किए जा रहे प्रयास राष्ट्र को नई ऊंचाइंयों तक पहुंचाएंगे।
अक्टूबर में आएगी राम गजलें”
शायर अंजुम बाराबंकवी ने बताया कि मैंने ये गजल जून 2024 में लिखी थी, जो कई जगह प्रकाशित हुई थी। इस साल अक्टूबर में इसकी पुस्तक आएगी जिसका नाम है राम गजलें। इसमें श्रीराम पर 51 गजलें होंगी, जो राम के चारित्र पर केंद्रित हैं।
(Udaipur Kiran) तोमर
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