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सिराेही, 4 फ़रवरी (Udaipur Kiran) । पिंडवाड़ा के मोरस गांव में दो परिवारों के पांच बच्चों ने जंगल से मिले रतनजोत के बीज खा लिए। सोमवार शाम को खेलते हुए जंगल की ओर गए बच्चों ने बिना जाने-समझे इन बीजों को खा लिया, जिसके कुछ समय बाद ही उनकी तबीयत बिगड़ने लगी।
बच्चों को उल्टी और दस्त की शिकायत होने पर परिजन तुरंत उन्हें पिंडवाड़ा के सरकारी अस्पताल ले गए।
प्रभावित बच्चों में सोनाराम की छह वर्षीय पुत्री पूजा, नाै वर्षीय नीतू, सात वर्षीय संध्या, राजू की तीन वर्षीय पुत्री जया कुमारी और पांच वर्षीय पुत्र आसाराम शामिल थे। सभी बच्चों की गंभीर स्थिति को देखते हुए प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें सिरोही के ट्राेमा सेंटर रेफर कर दिया गया।
सिरोही के ट्राेमा सेंटर में डॉक्टरों और नर्सिंग स्टाफ ने तत्काल बच्चों का इलाज शुरू किया। बच्चों को विशेष निगरानी में रखा गया और उनकी स्थिति पर लगातार नज़र रखी गई। राहत की बात यह रही कि मंगलवार दोपहर तक सभी बच्चों की स्थिति में सुधार देखा गया, जिसके बाद डॉक्टरों ने उन्हें घर जाने की अनुमति दे दी।
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(Udaipur Kiran) / रोहित
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