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नाहन, 3 फ़रवरी (Udaipur Kiran) । उपायुक्त सिरमौर सुमित खिमटा ने आज उपायुक्त कार्यालय में भारत सरकार के मानव-वन्यजीव संघर्ष दिशा-निर्देश 2022 के तहत कर्नल शेरजंग राष्ट्रीय पार्क सिम्बलवाडा के लिए जोनल मास्टर प्लान तैयार करने के उद्देश्य से जिला स्तरीय समन्वय समिति की बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में जिले के विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
बैठक का संचालन डीएफओ पांवटा साहिब ऐश्वर्या राज ने किया। उन्होंने बताया कि पिछले कुछ वर्षों में उत्तराखंड से हाथियों के आवागमन के कारण पांवटा साहिब और नाहन के माजरा, गिरिनगर और कोलर क्षेत्रों में मानव-हाथी संघर्ष बढ़ा है। इसके समाधान के लिए विभिन्न उपायों पर विचार किया गया।
डीएफओ ऐश्वर्या राज ने उपायुक्त को हाथी और वन्य जीव संरक्षण परियोजना के कार्यान्वयन के बारे में भी जानकारी दी, जिसमें बाघ, गज मित्रों की नियुक्ति, प्रारंभिक चेतावनी प्रणाली की स्थापना, लूटपाट विरोधी दस्ते, फील्ड स्टाफ के लिए सुरक्षा उपकरणों की आपूर्ति और समुदायों के साथ जागरूकता बैठकें आयोजित करने जैसे कदम शामिल हैं। यह परियोजना हिमाचल प्रदेश में पहली बार 2024-25 से शुरू की जाएगी।
उपायुक्त सुमित खिमटा ने विद्युत, पुलिस, कृषि, ग्रामीण विकास और उद्योग विभागों को निर्देशित किया कि वे वन विभाग के साथ मिलकर मानव-वन्यजीव संघर्ष को कम करने और शमन उपायों को लागू करने में सहयोग करें।
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(Udaipur Kiran) / जितेंद्र ठाकुर
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