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—कार्यक्रम में शामिल होंगे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ,माता के दरबार में सात दिनों तक चलेगा 18 पुराणों का मूल पाठ
वाराणसी,30 जनवरी (Udaipur Kiran) । काशीपुराधिपति बाबा विश्वनाथ को जगत कल्याण के लिए अन्नदान देने वाली मां अन्नपूर्णेश्वरी दरबार का एक फरवरी से कुंभाभिषेक होगा। लगभग 48 साल बाद हो रहे इस धार्मिक अनुष्ठान में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी शामिल होंगे। 09 फरवरी तक चलने वाले अनुष्ठान की शुरुआत 31 जनवरी को शोभायात्रा से होगी। गुरुवार अपरान्ह में अन्नपूर्णा मंदिर के महंत शंकरपुरी महाराज ने महमूरगंज स्थित श्रृंगेरी मठ में पत्रकारों को कुभांभिषेक की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि शोभायात्रा में श्रृंगेरी पीठ के शंकराचार्य विधुशेखर भारती भी शामिल होंगे। नई सड़क स्थित सनातन धर्म इंटर कॉलेज परिसर से शोभायात्रा शाम चार बजे अन्नपूर्णा मंदिर तक गाजे-बाजे के साथ परम्परागत रूप से निकलेगी। महंत शंकरपुरी ने बताया कि शोभायात्रा के बाद शंकराचार्य अन्नपूर्णा मंदिर में पूजन-अर्चन करेंगे। एक फरवरी को विधिवत कुंभाभिषेक का अनुष्ठान जलयात्रा से होगी। सुबह सात बजे मंदिर से दशाश्वमेध घाट तक जलयात्रा निकाली जाएगी। इसके बाद मंदिर में पंचगव्य से पूजन, गंगा पूजन, सौभाग्यवती स्त्री, वैदिक ब्राह्मण एवं संतों द्वारा मोदक से महागणपति पूजन व हवन, मूल मंत्र का जप, दश सहस्त्र मोदक से हवन आदि होगा। इसकी मंदिर में पूरी तैयारी हो चुकी है। उन्होंने बताया कि समस्त कार्यक्रम अन्नपूर्णा मंदिर परिसर में प्रात: सात से सायंकाल सात बजे तक होगा। कुंभाभिषेक पर श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में एकादश रूद्रीपाठ प्रत्येक सुबह 06.30 से सात बजे तक होगा।
—कुंभाभिषेक के कार्यक्रम
दो फरवरी को कोटि कुंकुमार्चन, तीन फरवरी को गुरु प्रार्थना, श्रीगणेश पूजन, महासंकल्प, चारों वेदों, 18 पुराणों का पाठ, देवताओं का आह्वान, हवन पूजन आदि अनुष्ठान होगा। चार फरवरी को अधिवास हवन व कलश पूजन, वरुण मंत्र का पठन आदि होगा। पांच फरवरी को अधिवास हवन, शय्याधिवास, प्रणवादि षोडश तत्व न्यास पूजन, छह फरवरी को अधिवास हवन, मूलमंत्र का जप, कलश स्थापना, सात फरवरी को प्रतिष्ठांग हवन, मूर्ति प्रतिष्ठा, कुंभाभिषेक, अर्चन, महानीराजन, प्रतिष्ठांग हवन, शिखर कुंभाभिषेक दर्शन आदि धार्मिक अनुष्ठान होगा। उन्होंने बताया कि कुंभाभिषेक का कुछ अनुष्ठान श्रृंगेरी मठ में होगा। श्रृंगेरी मठ में सम्मान समारोह का आयोजन होगा। एक से नौ फरवरी के बीच अन्नपूर्णा मंदिर में कोटि कुंकुमार्चन,18 पुराणों का मूल पाठ होगा। 668 तरह की जड़ी-बूटियों से हवन होगा। इस धार्मिक अनुष्ठान में देश के 15 राज्यों से 11 सौ वैदिक विद्वान शामिल होंगे।
(Udaipur Kiran) / श्रीधर त्रिपाठी
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