-होजई में आरटीयू दीक्षांत समारोह में महिला छात्राओं की शैक्षणिक प्रतिभा की सराहना की
होजाई (असम), 28 जनवरी (Udaipur Kiran) । असम के राज्यपाल लक्ष्मण प्रसाद आचार्य ने आज होजाई जिला में स्थित रवींद्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय के दूसरे दीक्षांत समारोह में भाग लिया।
इस अवसर पर बोलते हुए, आचार्य ने डिग्री प्राप्त करने वाले छात्रों को बधाई दी, उनकी शैक्षणिक सफलता के लिए कड़ी मेहनत और समर्पण के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने माता-पिता, अभिभावकों और शिक्षकों के सहयोग का भी उल्लेख किया, जो छात्रों की सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
राज्यपाल ने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की कि प्रदान की गई अधिकांश डिग्री छात्राओं ने प्राप्त की हैं, जिनमें से तीन स्वर्ण पदक विजेताओं में से दो महिलाएं हैं। उन्होंने क्षेत्र के सामाजिक और आर्थिक विकास के लिए महिलाओं के लिए समान अवसरों और अनुसंधान और विकास में उनकी भागीदारी के महत्व पर जोर दिया।
आचार्य ने भारत को अनुसंधान और नवाचार का केंद्र बनाने में विश्वविद्यालय की भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के कार्यान्वयन की सराहना की जो गुणवत्तापूर्ण अनुसंधान और विकास के विकास में उत्प्रेरक के रूप में भी काम कर रही है। उन्होंने गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर के शिक्षा को ज्ञान प्राप्त करने और व्यक्तित्व के पूर्ण विकास का साधन बताते हुए समग्र विकास में शिक्षा के महत्व पर जोर दिया।
राज्यपाल ने स्नातक छात्रों को गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर, श्रीमंत शंकरदेव और श्री श्री माधवदेव सहित असम के महान संतों के सम्मान और प्रतिष्ठा को बनाए रखने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने उन्हें राष्ट्र प्रथम की भावना के साथ काम करने और अपने काम के प्रति हमेशा वफादार रहने की सलाह दी।
दीक्षांत समारोह में गौहाटी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर नानी गोपाल महंत, रवींद्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर माधवेंद्र दत्त चौधरी, रजिस्ट्रार, डीन, विश्वविद्यालय के संकाय सदस्य और छात्र उपस्थित थे।
इससे पहले राज्यपाल ने असम की प्रथम महिला के साथ लमडिंग कालीबाड़ी का दौरा किया और राज्य के लोगों की खुशहाली और समृद्धि के लिए वहां पूजा-अर्चना की।
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(Udaipur Kiran) / अरविन्द राय