नई दिल्ली, 28 जनवरी (Udaipur Kiran) । कांग्रेस ने चीन के साथ संबंध बहाली के क्रम में कल हुई घोषणाओं के बाद एक बार फिर पड़ोसी देश के साथ हुए समझौते पर अधिक स्पष्टता की मांग की है। पार्टी ने सीमा और सैन्य पेट्रोलिंग के संबंध में केंद्र सरकार से कुछ सवाल पूछे हैं। पार्टी ने कहा कि देश को इस संबंध में संतोषजनक जवाब नहीं मिले हैं।
कांग्रेस महासचिव एवं संगठन के संचार विभाग के प्रभारी जयराम रमेश ने एक बयान जारी कर चीन के साथ हुए अग्रिम तैनाती हटाने से जुड़े समझौते को लेकर फिर संशय जाहिर किया है। उन्होंने कहा कि अभी तक देश को इस संबंध में संतोषजनक जवाब नहीं मिले हैं। केंद्र सरकार को देश को बताना चाहिए कि क्या वर्तमान स्थिति 2020 से पहले की स्थिति में आ गई है। विदेश मंत्रालय की ओर से लगातार आ रहे बयान संदेह पैदा करते हैं।
रमेश ने सरकार से पूछा कि क्या भारतीय सैनिक डेपसांग में बॉटलनेक जंक्शन से आगे, डेमचोक में तीन पेट्रोलिंग प्वाइंट्स तक, पैगोंग त्सो में फिंगर 3 तक, गोगरा हॉट स्प्रिंग्स क्षेत्र में तीन पेट्रोलिंग प्वाइंट्स तक जा पाएंगे। क्या भारतीय पशुपालकों को चहुल में हेलमेट टॉप, मुख्या रे, रेजांग जा, रिनचेन ला, टेबले टॉप और गुरंग हिल में पारंपरिक चरागाह तक जाने का अधिकार होगा? पार्टी ने रेजांग लॉ में युद्ध नायक और मरणोपरांत परमवीर चक्र विजेता मेजर शैतान सिंह के स्मारक स्थल को लेकर भी सवाल पूछे हैं। कांग्रेस ने एक बार फिर चीन के निर्यात पर भारत की कथित तौर पर बढ़ती निर्भरता को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि दोनों देशों का व्यापार घाटा लगातार बढ़ रहा है।
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(Udaipur Kiran) / अनूप शर्मा