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  ‘विश्व बंधुत्व की भावना’ के साथ दुनिया में नई शक्ति के रूप में आगे बढ़ रहा भारत : मुख्यमंत्री मोहन यादव

मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव ने टोक्यो में इन्वेस्ट मध्यप्रदेश के इंटरैक्टिव सेशन को संबोधित किया
मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव से टोक्यो की गवर्नर से मुलाकात

– मप्र के मुख्यमंत्री ने जापान में निवेशकों को किया आमंत्रित, कहा- प्रदेश में ऑटोमोबाइल सहित विभिन्न क्षेत्रों में निवेश के लिए अपार संभावनाएंभोपाल, 28 जनवरी (Udaipur Kiran) । मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में आगामी फरवरी माह में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मौजूदगी में होने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (जीआईएस) में निवेशकों को आमंत्रण देने के लिए चार दिवसीय दौरे पर जापान पहुंचे मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव मंगलवार को टोक्यो स्थित भारतीय दूतावास में ‘इंटरेक्टिव सेशन ऑन इन्वेस्टमेंट’ कार्यक्रम में शामिल हुए और प्रदेश में स्किल डेवलपमेंट समेत कई सेक्टर में निवेश की जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया के माध्यम से इसकी जानकारी दी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने ‘इंटरेक्टिव सेशन ऑन इन्वेस्टमेंट’ को संबोधित करते हुए कहा कि जापान का प्राचीन काल से आधुनिक काल तक बहुत समृद्ध इतिहास रहा। जापान की उद्यमशीलता को नमन करता हूं, जिसकी बदौलत आज जापान की विश्व के सामने अलग पहचान है। जापान गौतम बुद्ध की हजारों साल पुरानी परंपरा के साथ भारत से जुड़ा हुआ है। जो आज विशिष्ट जीवन शैली और औद्योगिक शैली के साथ आर्थिक शक्ति से संपन्न पाने वाला देश है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत ‘विश्व बंधुत्व की भावना’ के साथ दुनिया में एक नई शक्ति के रूप में आगे बढ़ रहा है। मध्यप्रदेश में ऑटोमोबाइल सेक्टर सहित विभिन्न क्षेत्रों में निवेश के लिए अपार संभावनाएं हैं और हमारे यहाँ पर्याप्त स्किल्ड फोर्स भी है। उन्होंने जापान के निवेशकों को जीआईएस के लिए आमंत्रित किया।

उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश के साथ भी जापान के व्यावसायिक दृष्टि से मजबूत संबंध है। मध्यप्रदेश से आज जापान को एल्युमिनियम, कार्बनिक रसायन, बॉयलर, मशीनरी, फार्मास्युटिकल उत्पाद समेत कई वस्तुओं का निर्यात किया जा रहा है। वर्ष 2023-24 में मध्य प्रदेश से जापान को 92.8 मिलियन डॉलर का निर्यात किया गया। साथ ही मध्य प्रदेश में जापान के मैन्युफैक्चरर से जुड़े कई उद्योग संचालित हो रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने बताया कि मध्य प्रदेश की अर्थव्यवस्था एक दशक में तीन गुना बढ़ी है जिसे पांच साल में दोगुना करने का लक्ष्य रखा है। पूंजीगत समेत सरकारी व्यय 19 प्रतिशत तक बढ़ा है जो राज्य की उन्नति का द्योतक है। समग्र रूप से करीब 65 हजार करोड़ का निर्यात किया है। उन्होंने कहा कि विश्व के कई देशों के निवेशकों की मध्यप्रदेश के प्रति रुचि बढ़ी है। हमारी सरकार एनर्जी सेक्टर, माइनिंग, एजुकेशन, एमएसएमई समेत कई सेक्टर के लिए नई पॉलिसी बना रही है, जिससे निवेश के लिए अनुकूल माहौल बना। उन्होंने निवेशकों को भरोसा दिलाया कि नीति से अलग भी अगर निवेशक कोई बदलाव और सुविधा चाहेंगे तो सरकार खुले मन से उन्हें मदद करेगी।

उन्होंने कहा कि लॉजिस्टिक, गारमेंट, खाद्य प्रसंस्करण, ईवी, आईटी के क्षेत्र में हमारी पॉलिसी बड़े निवेशकों को आकर्षित कर रही है। मध्यप्रदेश की अच्छी नीति और नीयत के बलबूते सभी तरफ से व्यावसायिक गतिविधियों को बढ़ाने के लिए प्रोत्साहन मिल रहा है। उन्होंने कहा कि हमारा फोकस स्किल डेवलपमेंट पर है। प्रदेश में बड़ी संख्या में आईटीआई, पॉलिटेक्निक कॉलेज, इंजीनियरिंग कॉलेज संचालित हो रहे हैं, जहां पर बौद्धिक क्षमता के युवा उपलब्ध हैं। जापान और मध्य प्रदेश मिलकर इन युवाओं को तकनीकी और कौशल ज्ञान प्रदान कर सकते हैं। खासतौर पर इंजीनियरिंग, मेडिकल हेल्थ समेत कई क्षेत्रों में युवाओं को मौका मिल सकता है।

उन्होंने कहा कि 24 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भोपाल में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (जीआईएस) का उद्घाटन करने वाले हैं। जीआईएस में 24-25 फरवरी को इन सभी क्षेत्रों में निवेश की जानकारी देने के लिए सेमिनार होंगे, जहां निवेश की संभावना पर चर्चा होगी। इससे पहले मध्य प्रदेश के वरिष्ठ अधिकारी राघवेन्द्र सिंह और डॉ. राजेश राजौरा ने प्रेजेंटेशन के माध्यम से मध्य प्रदेश की आर्थिक उन्नति के साथ प्रदेश में निवेश की संभावनाओं की विस्तृत जानकारी दी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि टोक्यो की गवर्नर युरिको कोइके से भी हमने सभी क्षेत्रों में संभावित निवेश पर चर्चा की है। उन्होंने मई में यहां होने वाले स्टार्टअप कार्यक्रम में आमंत्रित किया है। मैंने भी उन्हें और उनके प्रतिनिधि को मध्य प्रदेश में ग्लोबल इन्वेस्टर समिट के लिए आमंत्रित किया है। मुख्यमंत्री ने टोक्यो की गवर्नर से मुलाकात कर प्रतीक चिन्ह आदान-प्रदान किए।

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(Udaipur Kiran) तोमर

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