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गुजरात बड़ौदा एमएसयू के तीन पूर्व छात्रों को पद्मश्री पुरस्कार 

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प्रो. रतन परिमू, सुरेश सोनी और अजय वी.भट्ट को पुरस्कार मिलने से विश्वविद्यालय में खुशी का माहौल

वडोदरा/अहमदाबाद, 27 जनवरी (Udaipur Kiran) | महाराजा सयाजीराव विश्वविद्यालय बड़ौदा के तीन प्रतिष्ठित पूर्व छात्रों को उनके संबंधित क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान के लिए पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। भारत के राष्ट्रपति द्वारा प्रदान किया जाने वाला यह प्रतिष्ठित पुरस्कार देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मानों में से एक है।

पुरस्कार पाने वालों में प्रोफेसर रतन परिमू, सुरेश सोनी और अजय वी.भट्ट एमएसयू बड़ौदा में व्याप्त विविधता और उत्कृष्टता का प्रतिनिधित्व करते हैं। उनकी उपलब्धियां न केवल विश्वविद्यालय को बल्कि छात्रों, संकाय और संपूर्ण शैक्षणिक समुदाय को भी प्रेरित करती हैं। उधर पुरस्कार मिलने से विश्वविद्यालय में खुशी का माहौल है।

प्रोफेसर रतन परिमू ने कला के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। वह ललित कला संकाय में प्रोफेसर, एक प्रसिद्ध कला इतिहासकार, शिक्षाविद् और ललित कला संकाय के पूर्व डीन हैं, जिन्हें भारतीय कला इतिहास और सौंदर्यशास्त्र में उनके अग्रणी योगदान के लिए सम्मानित किया गया है। वह अजंता, एलोरा और मुगल चित्रकला जैसी शास्त्रीय भारतीय कला शैलियों पर अपने व्यापक शोध के लिए जाने जाते हैं।

‘बड़ौदा ग्रुप ऑफ आर्टिस्ट्स’ के सह-संस्थापक के रूप में, प्रोफेसर परिमू ने उत्तर-औपनिवेशिक युग में आधुनिक भारतीय कला को परिभाषित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

सुरेश सोनी का कार्यक्षेत्र सामाजिक कार्य रहा है। उन्हें विज्ञान संकाय, गणित विभाग में सामाजिक कल्याण में उनके महत्वपूर्ण योगदान के लिए सम्मानित किया गया है। गणित विभाग के पूर्व छात्र के रूप में उन्होंने पॉलिटेक्निक में गणित शिक्षक के रूप में अपना कैरियर शुरू किया, जहां उन्होंने गणित और शिक्षा के प्रति अपने जुनून से अनगिनत छात्रों को प्रेरित किया। बाद में, उन्होंने अपना जीवन स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने और वंचितों को सशक्त बनाने के लिए समर्पित कर दिया।

अजय वी. भट्ट का कार्य क्षेत्र विज्ञान और इंजीनियरिंग रहा है। उन्होंने प्रौद्योगिकी और इंजीनियरिंग संकाय में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। विश्व प्रसिद्ध कंप्यूटर आर्किटेक्ट अजय भट्ट, यूनिवर्सल सीरियल बस (यूएसबी) के सह-आविष्कारक हैं, जो आधुनिक कंप्यूटिंग में एक क्रांतिकारी आविष्कार है। उनके अग्रणी कार्य ने कनेक्टिविटी को सरल और सुलभ बना दिया है, जिसका प्रभाव दुनिया भर के अरबों लोगों पर पड़ा है। उनकी उपलब्धियां एमएसयू बड़ौदा में पोषित अग्रणी भावना का एक शानदार उदाहरण हैं।

कार्यवाहक कुलपति प्रोफेसर धनेश पटेल ने कहा कि महाराजा सयाजीराव विश्वविद्यालय बड़ौदा के लिए यह गर्व का क्षण है। प्रोफेसर रतन परिमू, सुरेशभाई सोनी और अजय भट्ट उत्कृष्टता, नवाचार और सेवा के मूल्यों को मूर्त रूप देते हैं जो हमारे विश्वविद्यालय की पहचान हैं। उनकी उपलब्धियां हमारे विद्यार्थियों और शिक्षकों को नई ऊंचाइयों तक पहुंचने के लिए प्रेरित करती हैं।

(Udaipur Kiran) / हर्ष शाह

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